सीएम ने मथुरा की 411 करोड़ की 95 विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि ब्रज क्षेत्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखते हुए इस क्षेत्र को सर्वांगीण विकास की नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया जाएगा। ब्रज क्षेत्र को वैश्विक पटल पर लाने, आस्था को सम्मान दिलाने, लोगों को रोजगार दिलाने का कार्य किया जा रहा है। विगत लगभग चार वर्षों में किए गए कार्यों के परिणाम दिखायी दे रहे हैं। आने वाले 5-6 महीनों के दौरान और परिणाम परिलक्षित होंगे तथा विकास के कार्यक्रम निरन्तर आगे बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री रविवार को कुम्भ पूर्व वैष्णव बैठक वृन्दावन 2021 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर जनपद मथुरा की 411 करोड़ रुपए की 95 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि कोविड प्रबन्धन के साथ-साथ अन्य सभी विकास कार्यक्रमों को मजबूती से आगे बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 वर्ष के बाद कुम्भ का अवसर आता है। उसी भावना के अनुरूप कुम्भ पूर्व वैष्णव वृन्दावन 2021 पूरी दिव्यता और भव्यता के साथ आगे बढ़ना चाहिए, जैसा दिव्य और भव्य प्रयागराज कुम्भ का आयोजन हुआ था। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर पूज्य संतों के सान्निध्य से एक कार्ययोजना बनायी गयी। यह कार्ययोजना कुम्भ के स्वरूप, भव्यता और दिव्यता के साथ आयोजित की जा सकती है। यह आस्था का सम्मान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रज क्षेत्र की भूमि पवित्र भूमि है। श्रीकृष्ण बांके बिहारी और राधा रानी की इस भूमि पर अपार कृपा रही है। उस अपार कृपा का ही परिणाम है कि हम सब इतनी भव्यता और दिव्यता के साथ वृन्वादन के इस कुम्भ पूर्व वैष्णव आयोजन को एक नई ऊंचाई की ओर अग्रसर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उनके समक्ष कुम्भ पूर्व वैष्णव वृन्दावन 2021 आयोजित होने का प्रस्ताव आया, तब पूरा देश और पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना से त्रस्त थी। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में पूरे देश में कोरोना के खिलाफ मजबूती से संघर्ष करते हुए इस लड़ाई को जीता गया। बेहतर कोरोना प्रबन्धन के साथ ही भारत विश्व का एक मात्र ऐसा देश है, जिसने 02 स्वदेशी वैक्सीन के माध्यम से देशवासियों और भारत और अन्य देशों के नागरिकों को बचाने के लिए कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करायी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 ने एक मानक बनाया। पूज्य संतों के सानिध्य में कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया और प्रयागराज कुम्भ ने सुरक्षा, सुव्यवस्था और स्वच्छता का मानक तय किया। यूनेस्को ने भी प्रयागराज कुम्भ को ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ बताया। उन्होंने ब्रज क्षेत्र की समृद्ध परम्परा की चर्चा करते हुए कहा कि जितनी प्राचीन और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत इस क्षेत्र की है, वह किसी के पास नहीं है। इस क्षेत्र की सेवा करने का सौभाग्य उन्हें मिला है। ब्रज क्षेत्र को एक नई पहचान देते हुए यहां की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखते हुए एक नये स्वरूप में प्रस्तुत करने का कार्य किया जा रहा है। यहां पर गो सेवा का भी कार्य हो रहा है। वर्तमान सरकार ने निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए विशिष्ट योजनाएं दी हैं। इस कार्य में सभी की भागीदारी होनी चाहिए।योगी ने कहा कि कभी कानपुर में गंगा जी में सीवर का पानी गिरता था, किन्तु नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से आज एक बूंद भी गंगा जी में नहीं जाता। यमुना जी यमुनोत्री से निकलकर प्रयागराज तक जाती हैं। हम यमुना जी को प्रदूषण मुक्त और निर्मल बना रहे हैं। यमुना जी की निर्मलता के लिए सभी को कार्य करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उ0प्र0 ब्रज तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद द्वारा जनप्रतिनिधियों और पूज्य संतों के सानिध्य से विकास के अच्छे कार्य हो रहे हैं। उन्होंने पूज्य संतों के सानिध्य में कुम्भ पूर्व वैष्णव के पवित्र आयोजन के लिए पूज्य संतों का अभिनन्दन करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी। इस अवसर पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, जलशक्ति मंत्री डॉ0 महेंद्र सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री डॉ0 नीलकंठ तिवारी, सांसद हेमा मालिनी, उ0प्र0 ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।