मुंबई : केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने रविवार को कहा कि कृषि सुधार कानूनों को वापस लेना ठीक नहीं होगा। अगर ऐसा होता है तो इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में अन्य कानूनों को भी वापस लेने की मांग उठेगी। यह लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरनाक होगा। आरपीआई-(ए) प्रमुख आठवले ने यह बात अहमदनगर में मीडिया से कही। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर बैठे लोगों की कृषि कानून वापस लेने की मांग पूरी तरह से असंगत है। आठवले ने कहा कि इससे पहले उन्होंने भी कई आंदोलन किए हैं लेकिन उनके आंदोलन से किसी को कभी भी तकलीफ नहीं पहुंची है। आंदोलनकारियों को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली नहीं निकालना चाहिए था। केंद्रीय राज्यमंत्री आठवले ने कहा कि भाजपा ने किसानों के आंदोलन का हमेशा सम्मान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंदोलनकारी किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तत्पर हैं लेकिन आंदोलनकारी आंदोलन खत्म करने की दिशा में आगे ही नहीं बढ़ना चाहते। इसी वजह से आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है।