साउथम्प्टन में भारतीय टीम 60 रन से जीती हुई बाजी हार गई, जिससे इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की विजयी बढ़त बना ली. इंग्लैंड के 245 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 184 रन ही बना सकी.
इस हार के बाद भारत के पूर्व वर्ल्ड चैंपियन कप्तान कपिल देव ने कहा- ‘क्रिकेट एक टीम गेम है, किसी एक या दो खिलाड़ी पर निर्भर नहीं करता है. विराट कोहली ने इस टेस्ट सीरीज में 500 से ज्यादा रन बनाए हैं, लेकिन इसके बावजूद अकेला विराट ही मैच जिताने के लिए पर्याप्त नहीं.’
कपिल ने कहा, ‘आप देखे कि इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने सीरीज में उतने रन नहीं बनाए फिर भी इंग्लिश टीम ने सीरीज पर कब्जा कर लिया.’ उन्होंने कहा कि टीम इंडिया ने अहम मौकों पर बहुत सी गलतियां की और एक के बाद एक लगातार विकेट गंवाए जो उसे महंगा पड़ा.’
हमने खुद इंग्लैंड को वापसी का मौका दिया
कपिल ने कहा, ‘यदि आप सीरीज में पीछे मुड़कर देखें, तो आपको पता चलेगा कि हमारे पास मैच के नतीजे अपने पक्ष में करने के पर्याप्त मौके थे, लेकिन हमने बहुत सारी गलतियां की और इंग्लैंड को वापसी करने का न्योता दिया.’
कपिल ने कहा, ‘यह कहना बहुत आसान है कि हमने सीरीज गंवा दी, क्योंकि इंग्लैंड हमसे ज्यादा बेहतर क्रिकेट खेला. लेकिन, मुझे अभी भी विश्वास है कि हम उनके मुकाबले बेहतर टीम हैं. फिर भी, जैसा कि मैंने कहा, उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया.’
गावस्कर ने भी उठाए थे सवाल
साउथम्प्टन में हार के बाद पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी भारतीय टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठाए थे. गावस्कर ने कहा कि ‘विराट की कप्तानी में अब वो बात नहीं है. उन्होंने कहा कि साल 2014 में जब विराट को टेस्ट टीम की कप्तानी सौंपी गई थी तब उन्होंने टीम को एक नया जोश और दिशा देने का काम किया.’
गावस्कर ने कहा, लेकिन उसी वक्त से यह साफ था कि विराट की असल परीक्षा ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में होगी, क्योंकि वेस्टइंडीज या श्रीलंका जैसी टीमों को हराना कोई बड़ी बात नहीं, वो सीरीज तो टीम इंडिया के लिए प्रैक्टिस मैचों की तरह थीं.’
गावस्कर ने कहा कि ‘बल्लेबाज के रूप में विराट ने उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है लेकिन कप्तान तभी सफल हो सकता है जब उसकी टीम प्रदर्शन करेगी. विराट कोहली से हमेशा उम्मीदें बहुत ऊंची रहती हैं और इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ. यही वजह है कि देशभर के क्रिकेट प्रेमी इस हार से निराश हैं.’
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, कि ‘यह हार निराशाजनक है और इसकी समीक्षा की जानी चाहिए. हमें देखना पड़ेगा कि कौन से खिलाड़ी टीम की जरूरत हैं और किसे बाहर किया जा सकता है.’
यह रिकॉर्ड बनाने से चूकी टीम इंडिया
आपको बता दें कि इस बार विराट की कप्तानी वाली टीम इंडिया के पास 11 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का अच्छा मौका था और साल 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में सीरीज जीत के बाद टीम को यहां सीरीज जीत की उम्मीद थी, लेकिन बल्लेबाजी में लचर प्रदर्शन से उसने यह मौका गंवा दिया. भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच लंदन के ‘द ओवल’ मैदान पर खेला जाएगा.