18वें एशियन गेम्स में ब्रिज में स्वर्ण पदक जीतने वाले प्रणब बर्धन और शिवनाथ सरकार को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है और उन्हें टीम को दिए जाने वाले ब्लेजर मुहैया नहीं कराए गए.
बुधवार को पदक विजेताओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित समारोह में हिस्सा लेने के लिए IOA ने इन खिलाड़ियों को आधिकारिक ब्लेजर नहीं दिए हैं.
भारत के गैर-खिलाड़ी कप्तान और कोच देवाशीष रे ने कहा, ‘हमें प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए भारत के चिन्ह वाले ब्लेजर तक नहीं दिए गए. मुझे तो आमंत्रित भी नहीं किया गया.’
देबाशीष रे ने कहा कि टीम के पदक विजेता सदस्य अपने पुराने ब्लेजर पर आईओए का लोगो लगाने की सोच रहे हैं, जिससे बुधवार को तस्वीर लेने के लिए होने वाले आधिकारिक कार्यक्रम में वे शामिल हो सकें.
देबाशीष रे ने कहा, ‘शुरूआत में हमें कहा गया था कि हमें कोई किट नहीं मिलेगी, लेकिन खेल मंत्रालय की दखल के बाद हमें जर्सी दी गई, लेकिन अभी तक टीम ब्लेजर नहीं मिला हैं.’
उन्होंने कहा, ‘आधिकारिक स्वागत समारोह होने वाला हैं इसलिए हमने सोचा कि खुद ही लोगो लगा ले.’ प्रणब बर्धन और शिबनाथ सरकार ने एशियाई खेलों में ब्रिज में पुरूष युगल में स्वर्ण पदक जीता था. इस खेल को पहली बार एशियाई खेलों में शामिल किया गया था.
रे ने बताया कि आईओए भारतीय दल को इन खेलों में भाग लेने के लिए भी नहीं भेजना चाहता था लेकिन एचसीएल प्रमुख शिव नादर ने इसमें हस्तक्षेप किया और हमें जकार्ता जाने की अनुमति मिली