चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को कोरोना संक्रमण के शुरुआती मामलों से जुड़े आंकड़े देने से इन्कार कर दिया है। वाल स्ट्रीट जनरल (डब्ल्यूएसजे) ने कोरोना मामलों की जांच के लिए चीन गए डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों के हवाले से शुक्रवार को यह जानकारी दी है। अखबार के मुताबिक डब्ल्यूएचओ के जांच दल और चीन के अधिकारियों के बीच डाटा को लेकर गरमागरम बहस भी हुई। चीन के अधिकारी मरीजों के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दे रहे थे।
डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने बताया कि अगर शुरुआती और व्यक्तिगत डाटा मिलता तो उन्हें यह निर्धारित करने में मदद मिल सकती थी कि चीन में कब और कैसे कोरोना वायरस फैला था। वहीं, जेनेवा में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए अब तक की गई खोज में जो कुछ भी सामने आया है वह सबके सामने है।
उन्होंने यह बात तब कही है जबकि अमेरिका ने कहा है कि वह चीन गए डब्ल्यूएचओ के जांच दल द्वारा एकत्र किए गए सभी डाटा देखना चाहता है। वुहान की प्रयोगशाला से कोरोना वायरस फैलने को लेकर डब्ल्यूएचओ ने चीन को क्लीन चिट दे दी है। जबकि, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुरू से ही कहते रहे हैं कि कोरोना वायरस चीन की प्रयोगशाला से ही फैला है।