अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को सीरिया को चेताया कि वह रूस और ईरान की मदद से विद्रोहियों के कब्जे वाले ‘इदलिब’ में हमला न करे क्योंकि इससे ‘मानवीय संकट’ उत्पन्न हो सकता है. ट्रंप ने ट्वीट किया, “ सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को इदलिब प्रांत पर बिना सोचे-समझे हमला नहीं करना चाहिए. ऐसा करके रूस और ईरान एक बड़ी गलती करेंगे.’
यह स्थान विद्रोहियों और हिंसा का गढ़
संयुक्त राष्ट्र और राहत समूहों ने चेताया है कि इदलिब प्रांत में इस हमले से पिछले सात वर्षों के सीरिया संघर्ष का सबसे बड़ा मानवीय संकट खड़ा हो सकता है. सीरिया सरकार के सुरक्षा बल इदलिब प्रांत के बाहर जमा हो रहे हैं. यह स्थान विद्रोहियों और हिंसक चरमपंथी लड़ाकों का गढ़ है. यहां दुनिया भर में काली सूची में डाले गए ‘आतंकवादी संगठन’ भी मौजूद हैं.
चरमपंथी गुटों को इदलिब में हराया जाना बेहद जरूरी
रूस और ईरान ने इस बात पर जोर दिया है कि चरमपंथी गुटों को इदलिब में हराया जाना बेहद जरूरी है. ईरान के विदेश मंत्री ने सोमवार को अपनी दमिश्क यात्रा के दौरान कहा था कि देश के इदलीब प्रांत से ‘आतंकवादियों का सफाया’ करना बेहद जरूरी है और पूरे पश्चिमोत्तर प्रांत को सरकार के नियंत्रण में वापस आना चाहिए.