पाकिस्तान के हवाई अड्डा सुरक्षा बल ने सोमवार को भारतीय गाना गुनगुनाने के लिए अपनी एक महिला कर्मचारी को दंडित किया है.
इस गाने का एक वीडियो सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर वायरल हो रहा गया था, जिसके बाद अधिकारियों ने मामले की जांच का आदेश दिया था. हवाई अड्डा सुरक्षा बल (एएसएफ) ने आचार संहिता के उल्लंघन के लिए 25 साल की महिला कर्मचारी के वेतन और भत्तों में दो साल तक बढ़ोतरी पर रोक लगा दी है.
अधिकारियों ने उसे आगाह किया है कि अगर वह आगे भी आचार संहिता का उल्लंघन करती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
पाकिस्तान में ऐसी कार्रवाई कोई पहली बार नहीं हुई. साल 2016 में वहां के एक शख्स उमर द्राज ने भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली की तारीफ में कुछ शब्द कहे थे. पाकिस्तानी प्रशासन को यह बात रास नहीं आई और उसे सजा सुनाई गई थी. उस शख्स की एक गलती और थी कि उसने अपने घर पर भारतीय झंडा लगा दिया था.
पाक की एक अदालत ने कोहली के प्रति प्यार जताने और तिरंगा लहराने के जुर्म में उस शख्स को 10 साल जेल की सजा सुनाई थी. 22 साल का उमर द्राज पेशे से दर्जी है. द्राज को पुलिस ने शिकायत मिलने पर उसके घर से गिरफ्तार किया था. इतना ही नहीं, पुलिस ने पाकिस्तानी दंड संहिता की धारा 123ए और 16 के तहत उमर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. पाक में धारा 123-ए देश की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाई के लिए चस्पा की जाती है.
साल 2017 में एक और मामला सामने आया था. वहां के एक न्यूज चैनल के खिलाफ मुकदमा सिर्फ इसलिए दर्ज किया गया था क्योंकि उसने भारत की तारीफ की थी.
भारत में भी ऐसे मामले
ऐसी कार्रवाई सिर्फ पाकिस्तान में ही हुई हो, ऐसा नहीं है. भारत में भी इस तरह का बवाल खड़ा हो चुका है. बता दें करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में फवाद खान के काम करने को लेकर काफी विवाद हुआ था. इसके बाद शाहरुख खान की फिल्म रईस में माहिरा के होने की वजह से काफी मामला गर्म हुआ था. इसके बाद से भारतीय फिल्मों में पाककलाकारों के काम करने पर पाबंदी लगी है.
पाकिस्तानी कलाकरों के बॉलीवुड में काम करने को लेकर कई बार बैन की मांग की गई है. ‘वेलकम टू न्यूयॉर्क’ में पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान के गाने ‘इश्तेहार’ पर नया विवाद शुरू हो गया. दरअसल, विवाद तब शुरू हुआ जब केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने राहत के गाने को हटाने की मांग कर डाली.