सक्रिय मामलों की संख्या हुई 3,320, रिकवरी दर बढ़कर 98 प्रतिशत के पार
लखनऊ : प्रदेश में फ्रंट लाइन कर्मियों के कोरोना टीकाकरण का कार्य गुरुवार को जारी है। अभी तक पूरे राज्य में 1,722 सेशन में 60,000 से अधिक फ्रंट लाइन वर्कस को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है और यह कार्यक्रम जारी है। वहीं कल शुक्रवार के बाद 18 फरवरी को भी फ्रंट लाइन कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। वहीं हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज देने का कार्य 15 फरवरी से प्रारम्भ किया जाएगा। प्रथम चरण में जिन हेल्थ वर्कर्स ने वैक्सीनेशन नहीं कराया है, ऐसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीकाकरण के लिए अवसर प्रदान किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव सूचना डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि वहीं राज्य में पिछले चौबीस घंटे में संक्रमण के 179 नये मामले सामने आये हैं। संक्रमण का ग्राफ नीचे जाने की वजह से अब प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या 3,320 हो गई है। वर्तमान में कोरोना से रिकवरी दर 98 प्रतिशत से अधिक है। कुल सक्रिय मरीजों में से 170 लोग होम आइसोलेशन में हैं और शेष निजी चिकित्सालयों व एल-2 एवं एल-3 स्तर के सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,26,000 सैम्पल की जांच की गयी। वहीं अब तक कुल 2,91,67,417 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 6,01,898 लोग संक्रमित हुए थे। इनमें से 5,89,882 मरीज कोरोना को मात देकर पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,85,000 क्षेत्रों में 5,11,000 टीम दिवस के माध्यम से 3,14,49,436 घरों के 15,27,32,286 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी एप के माध्यम से अब तक पांच लाख से अधिक व्यक्तिय ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श प्राप्त कर चुके हैं, जो कि देश में सर्वाधिक है।
इसके साथ ही राज्य में फोकस सैम्पलिंग का अभियान भी जारी है। गुरुवार को को रेहड़ी, फल सब्जी विक्रेताओं की सैम्पलिंग की गई। 12 फरवरी को टैम्पों, थ्री व्हीलर, रिक्शा चालकों, 13 फरवरी को सरकारी एवं निजी बस चालकों का, 14 फरवरी को मिठाई की दुकानों में जाकर सैम्पलिंग और टेस्टिंग की जाएगी। वहीं 15 फरवरी को नारी निकेतन, वृद्धाश्रम, अनाथालय, बाल सुधार गृह आदि, 16 फरवरी को कारागारों में, 17 फरवरी को सरकारी व निजी कार्यालयों व 18, 19 व 20 फरवरी को शहरी मलिन बस्तियों में फोकस सैम्पलिंग और टेस्टिंग के माध्यम से कोविड संक्रमित लोगों की पहचान की जायेगी। इसके अतिरिक्त अगले चार दिनों के लिए अलग से स्थान चिह्नित किये जायेंगे।