लखनऊ। उप्र आवास विकास परिषद ने बुधवार को जमीन आवंटन करा के भुगतान नहीं करने वाले 33 बिल्डरों को डिफाल्टर घोषित कर दिया। लखनऊ से लेकर विभिन्न शहरों में कारोबार फैला रखे 33 बिल्डरों के लिए आवास विकास परिषद ने 360 करोड़ रुपयों की नोटिस जारी की है। परिषद की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि इन बिल्डरों द्वारा करोड़ों रुपए अब भुगतान नहीं हुआ है जिसके कारण ही इनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। बिल्डरों के खिलाफ कार्यवाही में सर्वप्रथम इन्हें सूचीबद्ध करके डिफाल्टर घोषित किया गया है, इन सभी ने वृंदावन योजना के तहत अपने बिल्डिंग फर्म को लाभ पहुंचाया और बावजूद स्वयं के लाभ में आने के बाद भी आवास विकास परिषद का भुगतान नहीं किया। बहुत जल्द ही आवास विकास परिषद बिल्डरों के आवंटन को निरस्त करने जा रहा है। बिल्डरों पर जुर्माना भी लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसी के साथ आरसी जारी कर दी गई है। बता दें कि डिफाल्टर सूची में शामिल हुए 33 बिल्डरों में जाने-माने बिल्डर भी शामिल है। जैसे रूद्र रियल एस्टेट लिमिटेड, संजर बिल्डर्स एंड कंस्ट्रक्शन, सूरत इंफ्राटेक, मंगलम बिल्डर्स, डायमंड इंफ्रा प्रमोटर्स, अंगराज सिविल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड, अंबा हाउसिंग इंडस्ट्री, प्रतिष्ठा इंफ्रा वेंचर प्राइवेट लिमिटेड बड़े बिल्डरों के नाम सूची में शामिल है।