परियोजना में निम्न गुणवत्ता का निर्माण का लगाया आरोप
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस वर्ष मार्च तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के सभी कार्य पूरा करते हुए अप्रैल में यातायात प्रारम्भ करने के निर्देशों के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस प्रोजेक्ट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तब समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का नवीनीकरण होगा। अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि सच तो यह है कि अधूरे मन से किया गया काम कभी पूरा नहीं होता। नफरत की राजनीति का पर्याय भाजपा सरकार में समाजवादी सरकार के समय प्रारम्भ समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे चार साल में भी अधूरा है। निम्न गुणवत्ता का निर्माण कार्य हो रहा है। किनारे पर न मंडिया बनाई गईं और न ही रास्ते की सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। जब समाजवादी पार्टी सरकार आएगी तब समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का नवीनीकरण होगा। मुख्यमंत्री बस निरीक्षण ही कर रहे हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विभिन्न जनपदों में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना के सभी पैकेजों के अन्तर्गत निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पूरा होने पर दुनिया देखेगी कि तीन साल में पूर्ण किए जाने के लक्ष्य के साथ वर्ष 2018 में प्रारम्भ की गई यह परियोजना, वैश्विक महामारी कोविड-19 के बावजूद तीन साल से पहले ही जनता को समर्पित की जाएगी। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्बाध गति से निर्माण एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि विकास का यह मॉडल देश-दुनिया के लिए आकर्षण का केन्द्र बनते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश के नौजवानों के लिए नौकरी और रोजगार की व्यापक सम्भावनाएं लाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना देश में गुणवत्ता व समयबद्धता का एक उदाहरण बनेगी।
उल्लेखनीय है कि करीब 22,494.66 करोड़ रुपये का पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आने के बाद लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरु करवाया था। इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी है। इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है। इस परियोजना से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर लाभान्वित होंगे। लखनऊ से बिहार सीमा तक जाने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना शुरू होने के साथ ही पूर्वाचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में जुड़ने जा रहा है। यह एक्सप्रेस-वे संपूर्ण पूर्वांचल क्षेत्र के विकास की रीढ़ साबित होगा।