नई दिल्ली। कृषि कानून और किसान आंदोलन के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में लगी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी के विकास मॉडल से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) की संख्या घट जाएगी, जिससे देश को काफी नुकसान होगा। वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर पीएसयू के विनिवेश को लेकर मोदी सरकार के विकास मॉडल पर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “मोदी जी का ‘विकास’- सार्वजनिक उपक्रमों की संख्या घटकर दहाई रह जाएगी। देश का नुकसान, घनिष्ठ मित्रों का फायदा।” उन्होंने कहा कि अगर सरकारी संपत्तियों को कुछ पूंजीपतियों के बेचना ही विकास है तो देश को ऐसे विकास की जरूरत नहीं।
दरअसल, राहुल गांधी ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा एक फरवरी को पेश बजट में विनिवेश के क्षेत्र में की गई घोषणाओं को लेकर सरकार पर हमला बोला। वित्तमंत्री ने अपनी घोषणाओं में कहा था कि वर्ष 2021-22 के लिए विनिवेश का लक्ष्य 1.75 लाख करोड़ रुपये का है। जिसे पूरा करने के लिए केंद्र दो सरकारी बैंकों और एक इंश्योरेंस कंपनी समेत कई पब्लिक सेक्टर की कंपनियों की हिस्सेदारी बेचने जा रही है। इसी के तहत भारतीय जीवनबीमा निगम (एलआईसी) आईपीओ यानी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लाएगा।