देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य के चमोली जिले के आपदाग्रस्त इलाके में रात्रि विश्राम किया और आज सुबह उन्होंने जोशीमठ स्थित आईटीबीपी अस्पताल में घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना। उसके बाद मुख्यमंत्री ने इलाके का एरियल सर्वे किया और आपदा प्रभावित लाता गांव पहुंचे। इस बीच तपोवन स्थित पॉवर प्लांट की बड़ी टनल में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के अनुसार अबतक कुल 29 शव मिल चुके हैं। हालांकि राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने आज सुबह 08 बजे तक 26 शव मिलने और 206 लोगों के लापता होने की जानकारी दी थी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सोमवार को देहरादून से जोशीमठ पहुंचे थे, जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली और उन्हें जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने रात्रि विश्राम भी वहीं पर किया। कल ही मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित सीमांत क्षेत्र लाता गांव जाने का फैसला किया और नागरिक प्रशासन ने आनन-फानन में वहां एक अस्थाई हेलीपैड का निर्माण किया। मुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्र में लगातार लोगों के संपर्क में हैं, राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री जोशीमठ स्थित आईटीबीपी के अस्पताल में भर्ती उन घायलों से मिले, जो इस आपदा में टनल में फंस गए थे। रेस्क्यू टीम ने टनल से 12 लोगों को सुरक्षित निकाला था। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में उनसे मिलकर उनकी हौसला अफजाई की और उन्हें फल आदि भेंट किए। टनल में पानी और गाद आने पर ये लोग ऊपरी हिस्से में सरिये आदि के सहारे कई घंटे तक अपनी जिंदगी बचाने के लिए लटके रहे थे, जिन्हें बचाव दल ने पहुंचकर बचाया था। इन लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इसके कारण उन्हें बहुत बदन दर्द है लेकिन चिकित्सकों ने बताया ये जल्द ही पूरी तरह ठीक हो जाएंगे।