राज्यपाल ने पुष्प प्रदर्शनी के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया
राजभवन उद्यान आम जनता के अवलोकनार्थ 9 से 12 फरवरी तक खुला रहेगा
लखनऊ : बागवानी फसलें हमेशा से जनमानस को पोषण तो उपलब्ध कराती ही हैं, साथ ही आकर्षित एवं रोमांचित भी करती रही हैं। भारतीय संस्कृति में पुष्पों की सदैव से सद्भाव, सुन्दरता एवं शांति के प्रतीक के रूप में मान्यता रही है। इसी कारण यह फसलें दिनों-दिन महत्वपूर्ण होती जा रही हैं। इनकी मांग में निरन्तर वृद्धि हो रही है इसकी पूर्ति हेतु आने वाले समय में बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाना होगा। प्रदेश की अधिकांश छोटी जोत के कृषकों के लिए अल्प अवधि की बागवानी फसलें निरन्तर आय देने में सक्षम हैं। यह उद््गार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजभवन मे आयोजित तीन दिवसीय ‘प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी 2021 के पुरस्कार वितरण समारोह में व्यक्त किये।
राज्यपाल ने कहा कि कृषि विकास में बागवानी क्षेत्र का विशेष स्थान है। बागवानी फसलों आज व्यावसायिक रूप ले रही हैं, जिसके कारण इन फसलों के उत्पादन की ओर कृषकों का रूझान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि औषधीय एवं सगंधीय फसलों के उत्पादन कटाई उपरान्त प्रबन्धन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं विपणन कार्यों से ग्रामीण अंचल में रोजगार की संभावनाओं में भी वृद्धि हो सकेगी। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में इस तरह के प्रयासों की मदद से हमें पर्यावरण संरक्षण करने में भी मदद मिलती है। राज्यपाल ने कहा कि महामारी कोविड-19 के इस काल में औषधीय एवं सगंध पौधों की ओर जनमानस का ध्यान गया है। कोविड-19 से बचाव में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बना काढ़ा बहुत कारगर साबित हुआ। इस अवधि में चिकित्सा क्षेत्र के वैज्ञानिकों एवं आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भी शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये जाने हेतु औषधीय एवं सगंधीय पौधों के उपयोग पर बल दिया गया।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राजभवन आम जनता का है। राजभवन के दरवाजे सबके लिये खुलें हैं, जिसमें सोमवार से शनिवार तक स्कूली बच्चे तथा परिवार सहित आने वालों के लिये मंगलवार एवं बृहस्पतिवार का दिन निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि तीन दिन की प्रदर्शनी समाप्त हो गयी है, लेकिन राजभवन उद्यान अभी आम जनता के अवलोकनार्थ 9 से 12 फरवरी 2021 तक प्रातः 8 बजे से सायं 6 बजे तक खुले रहेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से आगंतुक अपने साथ अपना फोटोयुक्त पहचान पत्र अवश्य साथ लायें। राजभवन प्रांगण, लखनऊ में आयोजित फल, शाकभाजी, पुष्प प्रदर्शनी के समापन अवसर पर विभिन्न वर्गों में प्रतिभाग करने वाले विजेताओं को पुरस्कार वितरण राज्यपाल द्वारा किया गया, जिसमेें सर्वाधिक पुरस्कार के रूप में राजभवन उद्यान को ‘चल बैजन्ती‘ के साथ सात हजार रूपये तथा प्रदर्शनी के सर्वोत्तम प्रदर्श के लिए मंजू वर्मा एवं ओम प्रकाश लोघी, भोला नर्सरी, लखनऊ को संयुक्त रूप से तीन हजार रूपये का नगद पुरस्कार दिया गया। प्रदर्शनी में सर्वोत्तम गुलाब का पुरस्कार जनार्दन प्रसाद तिवारी द्वारा एच0ए0एल0 लखनऊ को दिया गया। इस अवसर पर उद्यान एवं खाद््य प्रसंस्करण मंत्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता, अपर मुख्य सचिव उद्यान मनोज कुमार, मण्डलायुक्त रंजन कुमार, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, निदेशक उद्यान डाॅ0 आर0के0तोमर, पुरस्कृत प्रतिभागी सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में प्रदर्शनी देखने आये लोग भी उपस्थित थे।