लखनऊ। इंडोनेशियाई मार्शल आर्ट पेंचक सिलाट के यूपी में आठ हजार खिलाड़ी है और आने वाले समय में इस खेल के और अधिक विकास की उम्मीद है। इस महत्व को समझते हुए पेंचक सिलाट स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ यूपी को उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन (यूपीओए) ने मान्यता दे दी है। यूपीओए के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने एसोसिएशन के अध्यक्ष टीपी हवेलिया और कार्यकारी अघ्यक्ष जसपाल सिंह को मान्यता प्रमाणपत्र प्रदान किया। उन्होंने विश्वास जताया कि पेंचक सिलाट तेजी से आगे बढ़ रहा खेल है और उम्म्मीद है कि आने वाले समय में इस खेल के खिलाड़ी देश व विदेश में यूपी का परचम लहराएंगे। उन्होंने एसोसिएशन को आगामी भविष्य के लिए शुभकामना दी।
पेंचक सिलाट एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष जसपाल सिंह के अनुसार आत्मरक्षा और फिटनेस के मकसद के चलते पेंचक सिलाट का तेजी से प्रसार हो रहा है और अभी हमारी 22 जिलों में यूनिट में आठ हजार रजिस्टर्ड खिलाड़ी हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष टीपी हवेलिया ने बताया कि पेंचक सिलाट अभी भारत में यूनिवर्सिटी गेम्स और पुलिस गेम्स में शामिल है। ये स्कूल गेम्स में ओरियंटेशन गेम्स के रूप में शामिल है और इसे केंद्रीय खेल व युवा कल्याण मंत्रालय से भी मान्यता है। पेंचक सिलाट एशियन गेम्स में मेडल स्पोर्ट्स है और एशियन मार्शल आर्ट गेम्स और एशियन बीच गेम्स में ये खेल शमिल है। पेंचक सिलाट को टोक्यो ओलंपिक-2021 में प्रदर्शनी गेम्स के रूप में शामिल किया गया है।