लखनऊ। उत्तराखण्ड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई आपदा में बड़ी संख्या में जनहानि की सम्भावना जतायी जा रही है। घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर हादसे में कई लोगों की मौत पर संवेदना प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई आपदा में अनेक नागरिकों के कालकवलित होने की सूचना से मन दुखी है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति, शोकसंतप्त परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। उप्र विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि उत्तराखण्ड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुई तबाही का समाचार अत्यंत चिंताजनक है। आपदा से निपटने के लिए राहत बचाव कार्य आरंभ कर दिया गया है। ईश्वर से घटना में प्रभावित लोगों की कुशलता के लिए प्रार्थना करता हूं।
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड के चमोली जिले में एवलांच अर्थात हिमस्खलन के बाद निचले कई इलाकों में हुई भारी जान-माल की तबाही की खबर अति-दुःखद। केन्द्र इस आपदा से निपटने में राज्य सरकार की हर प्रकार की सहायता तत्काल सुनिश्चित करे। उल्लेखनीय है कि उत्तराखण्ड में नंदादेवी ग्लेशियर के एक भाग के टूटकर ऋषिगंगा नदी पर बने पावर प्रोजेक्ट डैम पर गिरने ये हादसा हुआ है। इससे अलकनंदा नदी में जल प्रवाह अचानक बढ़ गया है। बांध टूटने से उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे स्थित जनपदों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। परिस्थितियों से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एसडीआरएफ को भी अलर्ट कर दिया गया है।