केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि 13 फरवरी से स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना रोधी टीके की दूसरी डोज देनी शुरू की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को कहा गया है। 20 फरवरी तक स्वास्थ्यकर्मियों और छह मार्च तक फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके की पहली डोज देने का काम पूरा कर लेने को कहा गया है। 13 फरवरी से टीके की दूसरी डोज देने का काम शुरू होगा।
दरअसल, पहले और दूसरे खुराक की डोज के बीच कम से कम 28 दिन का अंतर होना चाहिए। देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए गए थे। फरवरी के पहले हफ्ते से फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके की पहली खुराक दी जा रही है।
अब तक 56 लाख लोगों को लगाई गई वैक्सीन की पहली डोज
कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में अब तक 56 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। अभी तक गंभीर या अत्यधिक गंभीर प्रतिकूल प्रभाव का कोई मामला सामने नहीं आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी।
जानकारी के मुताबिक, 56,36,868 लाभार्थियों को अब तक टीका लगाया जा चुका है। इसमें से 52,66,175 स्वास्थ्यकर्मी और 3,70,693 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। उन्होंने कहा कि को-विन एप पर पंजीकृत 54.7 फीसद स्वास्थ्यकर्मियों को अब तक वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अगनानी ने बताया कि शनिवार को 2.20 लाख लाभार्थियों को टीका लगाया गया। अभी तक गंभीर प्रतिकूल प्रभाव का कोई मामला नहीं सामने आया है। पिछले 24 घंटे के दौरान टीका लगाने के बाद न तो किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी है और न ही किसी की मौत ही हुई है। उन्होंने बताया कि शनिवार को स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने टीकाकरण अभियान की समीक्षा की। भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से टीकाकरण में तेजी लाने को कहा है। इसके लिए राज्यों से टीका केंद्रों की संख्या बढ़ाने को कहा गया है। राजेश भूषण ने यह भी कहा कि ऑनलाइन प्लेटफार्म को-विन का दूसरा संस्करण जल्द ही जारी किया जाएगा।