चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम में बोले जल मंत्री
प्रयागराज। चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, रोशन सिंह, राजेन्द्र लाहिड़ी जैसे अनगिनत अमर शहीदों की वजह से आज हम स्वतंत्र भारत में देशवासी सांस ले रहे हैं। उक्त उदगार गुरूवार को शहीद चन्द्रशेखर आजाद पार्क में आयोजित चौरी-चैरा शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री डाॅ.महेन्द्र सिंह ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे भारत मां के वीर सपूतों को दिल से नमन करता हूं। यहां इस कार्यक्रम का साक्षी बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, रोशन सिंह, राजेन्द्र लाहिड़ी जैसे अनगिनत अमर शहीदों की वजह से आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे है। मैं ऐसे भारत मां के वीर सपूतों को दिल से नमन करता हूं। कहाकि 04 फरवरी 1922 को गोरखपुर के चौरी-चौरा नामक स्थान पर असहयोग आंदोलन के क्रांतिकारियों को जब पुलिस ने जबरन रोकने का प्रयास किया और दमनात्मक रूप अपनाया, जिसमें कई लोग शहीद हो गये, जिससे आक्रोशित होकर लोगों ने थाने में आग लगा दी, इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी मारे गये थे। घटना में शामिल लोगों पर ब्रिटिश हुकुमत ने केस चलाया। इन सेनानियों के तरफ से मदन मोहन मालवीय ने वकालत की, इसके लिए मैं उनको भी नमन करता हूं। भारत माता को आजाद कराने के लिए भारत के अनेक वीर सपूतों ने फांसी के फंदे को हंसते-हंसते गले लगा लिया। आज उन शहीदों को याद करने का अवसर है।
मंत्री ने उधम सिंह की शहादत को याद करते हुए कहा कि भारत के इस वीर सपूत ने जलियावाला बाग हत्याकांड में सैकड़ों निरपराध लोगों की हत्या करने वाले क्रूर जनरल डायर की हत्या कर करके घटना का प्रतिशोध लिया। राष्ट्र के ऐसे महान सपूतों के चरण में हम शत-शत नमन करते हैं। स्वतंत्रता के वट वृक्ष को इन अमर शहीदों ने अपने खून से सींचा है। जल शक्ति मंत्री ने अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद पार्क में आयोजित चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को शाॅल एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर उन्हें सम्मानित किया तथा अमर शहीदों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन वाजपेयी, विधायक बारा अजय भारतीय, मण्डलायुक्त आर. रमेश कुमार, आईजी के.पी. सिंह, जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी, नगर आयुक्त-रवि रंजन, मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।