चौरी-चौरा (गोरखपुर)। चौरी-चौरा महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संग 50 हजार लोगों के स्वर मिलते ही ‘वन्देमातरम’ का एक साथ गायन करने वालों का विश्व रिकार्ड बन गया। इसके साथ ही डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने वंदे मातरम् के पहले छंद के गायन के वीडियो अपलोड किए। हालांकि, विश्व रिकार्ड बनाने का यह अभियान बुधवार से शुरू हो गया था। 04 फरवरी 1922 की तारीख भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस दिन पूरी दुनिया में चौरी-चौरा की गूंज सुनाई पड़ी थी। ब्रिटिश हुकूमत के जुल्म-ओ-सितम जब हद से ज्यादा बढ़ गए, चौरी-चौरा की धरती जुलूस निकाल रहे सत्याग्रहियों के खून के लहुलुहान हो गई, तब सब्र का बांध टूट पड़ा था। गुस्साई भीड़ ने थाने पर हमला बोलकर उसे आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में 11 सत्याग्रही शहीद हो गए थे, जबकि 22 पुलिसकर्मी भी मारे गए थे।
घटना से आहत महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था। इस दिन से भारतीय इतिहास में चौरी-चौरा काण्ड अमिट अध्याय के तौर पर जुड़ गया। गुरुवार को इस ऐतिहासिक कांड के शताब्दी वर्ष महोत्सव का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। वे पूर्वाह्न 11 बजे वह नई दिल्ली से वर्चुअली जुड़े रहे। इस मौके पर उन्होंने चौरी-चौरा पर एक डाक टिकट और विशेष आवरण भी जारी किया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ी रहीं। कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को निर्धारित समय से पहले ही शताब्दी समारोह स्थल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।