देश की प्रमुख एयरो स्पेस और रक्षा प्रदर्शनी एयरो इंडिया-2021 के 13 वें संस्करण का आयोजन बेंगलुरु के येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर हो रहा है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) इसका आयोजन कर रहा है। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बगैर नाम लिए पाकिस्तान और चीन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत कई मोर्चों पर खतरों और चुनौतियों का सामना कर रहा है। वह एक देश द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का शिकार है, जो अब एक वैश्विक खतरा बन गया है। हमने अपनी सीमाओं पर यथास्थिति बदलने के दुर्भाग्यपूर्ण प्रयासों को देखा है। देश हर कीमत पर अपने लोगों और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए किसी भी दुस्साहस का मुकाबला करने और उसे हराने के लिए सतर्क और तैयार है।
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि सरकार ने देश की सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। बड़े और जटिल रक्षा प्लेटफार्मों का घरेलू विनिर्माण अब ‘आत्मानिभर भारत अभियान ’के तहत हमारी नीति पर केंद्रित हो गया है। अगले सात-आठ वर्षों में सैन्य आधुनिकीकरण पर 130 बिलियन डॉलर खर्च करने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण उत्पन्न बाधाओं के बावजूद, इस वर्ष के आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को देखकर प्रसन्नता हो रही है। एयरो इंडिया 2021 भारत की विशाल क्षमता और हमारे देश में डिफेंस और एयरोस्पेस के क्षेत्र में विविध अवसरों को प्रदर्शित करेगा। यह निवेश को बढ़ावा देगा, विनिर्माण का विस्तार करेगा, उद्यमों का समर्थन करेगा, प्रौद्योगिकी के स्तर की सराहना और वृद्धि करेगा और देश के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।
– एयर शो में अमेरिकी बमवर्षक विमान बी-1बी लांसर शामिल। ये विमान साउथ डकोटा स्थित एल्सवर्थ एयरफोर्स बेस की 28वीं विंग का हिस्सा हैं। यह यहां 26 घंटे की उड़ान भरकर पहुंचा है। लंबी उड़ान भरने वाले इस सुपरसोनिक विमान ने अपने स्थायी बेस से दुनिया के कोने-कोने तक जाकर अपने अभियानों को पूरा किया है।
– कर्नाटक के बेंगलुरु में एयरो इंडिया -2021 में त्रिशूल फर्मेशन करते सुखोई Su-30MKI फाइटर्स।
– एयरो इंडिया शो में भारतीय वायुसेना का Su-30MKI फाइटर जेट को प्रदर्शित किया गया है। ये ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एयर-लॉन्च्ड वर्जन है। वायु सेना का एक समर्पित स्क्वाड्रन इन मिसाइलों से लैस है जो 400 किमी से अधिक दूरी पर लक्ष्य को मार सकता है।
– रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने एयरो इंडिया में पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन किया है। इसको बनाने का काम जारी है। डीआरडीओ के अनुसार, विमान की मल्टीरोल फाइटर प्लेन की सभी क्षमताओं से लैस होगा।
– ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को तटीय रक्षा भूमिका में बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो में प्रदर्शित किया गया। भारतीय नौसेना इसको अपने बेड़े शामिल करने जा रही है।
– बेंगलुरु में एयरो इंडिया शो की शुरुआत हुई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा फ्लाईपास्ट को दौरान मौजूद रहे।
अब तक का सबसे बड़ा ‘मेक इन इंडिया’ डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा, ‘ मुझे बहुत खुशी है कि एचएएल को 83 नए स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के विकास के ऑर्डर मिले हैं। भारतीय वायु सेना से तेजस MK1A का मूल्य 48,000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह अब तक का सबसे बड़ा ‘मेक इन इंडिया’ डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट है। मुझे बताया गया है कि लगभग 80 विदेशी कंपनियों, रक्षा मंत्रियों, प्रतिनिधियों, सेवा प्रमुखों और 55 से अधिक देशों के अधिकारियों सहित लगभग 540 प्रदर्शक इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। यह वैश्विक समुदाय के बढ़ते आशावाद को दर्शाता है। मैं मालदीव, यूक्रेन, इक्वेटोरियल गिनी, ईरान, कोमोरोस और मेडागास्कर के रक्षा मंत्रियों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इस कार्यक्रम में शिरकत की और उन लोगों का भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने वर्चुअली इस कार्टक्रम में हिस्सा लिया।’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सरकार ने रक्षा क्षेत्र में एफडीआई को ऑटोमैटिक रूट के माध्यम से 74% और सरकारी मार्ग के माध्यम से 100% तक बढ़ाया है, जो विदेशी खिलाड़ियों के लिए भारत में निवेश करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।
83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों का अनुबंध एचएएल को सौंपा गया
रक्षा मंत्री के संबोधन से पहले रक्षा मंत्रालय ने 83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों का अनुबंध एचएएल को सौंपा। कर्नाटक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी मौजूद हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत रक्षा और एयरोस्पेस में असीमित क्षमता प्रदान करता है। इन क्षेत्रों में सहयोग के लिए एयरो इंडिया एक अद्भुत मंच है। भारत सरकार ने इन क्षेत्रों में भविष्य के मद्देनजर सुधार लाए हैं।
तीन दिवसीय एयरो शो में हर दिन तीन हजार लोग शामिल होंगे
बता दें कि आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को बल देने वाले इस हाईब्रिड एयर शो में फिजिकल और वर्चुअल प्रदर्शनी का पहली बार समावेश होगा। इस शो में भारत से रक्षा क्षेत्र में साझेदारी के इरादे से अमेरिकी सरकार का प्रतिनिधिमंडल और रक्षा उद्योग के अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। इस एयरोस्पेस शो में शामिल होने के लिए 31 जनवरी को कराए गए कोविड-19 के आरटी-पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव आना जरूरी है। इस तीन दिवसीय एयरो शो में हर दिन तीन हजार लोग शामिल होंगे। प्रदर्शनी में कुल 601 कंपनियां शामिल हो रही हैं। इसमें से 523 भारतीय और 78 विदेशी कंपनी हैं। जबकि 14 देशों ने इसमें शामिल होने की पुष्टि कर दी है।