किसान आंदोलन (Farmer Protest) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से बात कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी हुआ है। मन की बात का यह 73वां एपिसोड है। खास बात यह है कि साल 2021 का यह पहला मन की बात कार्यक्रम है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले देश के अलग-अलग हिस्सों में त्योहारों की धूम रही। इन सबके बीच दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी भी हुआ है। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है।
– भारत के हर हिस्से में, हर शहर, कस्बे और गांव में आजादी की लड़ाई पूरी ताकत के साथ लड़ी गई थी। भारत भूमि के हर कोने में ऐसे महान सपूतों और वीरांगनाओं ने जन्म लिया, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया: पीएम मोदी
– राष्ट्र ने असाधारण कार्य कर रहे लोगों को उनकी उपलब्धियां और मानवता के प्रति उनके योगदान के लिए सम्मानित किया। इस साल भी पुरस्कार पाने वालों में वे लोग शामिल हैं जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया है: पीएम मोदी
– इस महीने, क्रिकेट पिच से भी बहुत अच्छी खबर मिली। हमारी क्रिकेट टीम ने शुरुआती दिक्कतों के बाद शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती। हमारे खिलाड़ियों का हार्डवर्क और टीमवर्क प्रेरित करने वाला है: पीएम मोदी
– जब मैं ‘मन की बात’ करता हूं तो ऐसा लगता है, जैसे आपके बीच, आपके परिवार के सदस्य के रूप में उपस्थित हूं। इस साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को भी करीब-करीब एक साल पूरा हो गया है। जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है, वैसे ही अब हमारा टीकाकरण अभियान भी दुनिया में एक मिसाल बन रहा है: पीएम मोदी
मन की बात के 72वें एपिसोड में प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश भर में भारत निर्मित उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसमें लोग ‘वोकल फॉर लोकल’ का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि साथियो, हमें वोकल फॉर लोकल की भावना को बनाये रखना है, बचाए रखना है, और बढ़ाते ही रहना है। आप हर साल न्यू ईयर रेजोल्यूशन लेते हैं, इस बार एक रेजोल्यूशन अपने देश के लिए भी जरुर लेना है। पीएम मोदी ने लोगों से स्थानीय उत्पादों का उपयोग करने और देश को प्लास्टिक से मुक्त बनाने की अपील भी की।