कोरोना के नए मामलों में कमी के साथ ही देश के जिले कोरोना मुक्त होने लगे हैं। अभी तक 191 जिले ऐसे हैं, जिनमें सात या उससे अधिक दिनों से कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। कोरोना पर गठित मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही भारत महज 11 दिनों में कोरोना की वैक्सीन देने वाले देशों में पांचवे स्थान पर पहुंच गया है।
हर्षवर्धन के अनुसार देश में कुल 146 जिले ऐसे हैं, जिनमें पिछले सात दिनों से कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया। वहीं 18 जिलों में पिछले 14 दिनों से, छह जिलों में पिछले 21 दिन से और 21 जिलों में पिछले 28 दिनों से नया मामला सामने नहीं आया है। कोरोना के नए और सक्रिय मामलों में लगभग दो-तिहाई केरल और महाराष्ट्र तक सीमित है।
टीकाकरण अभियान भी तेज, दुनिया में पांचवें स्थान पर पहुंचा भारत
कोरोना के मामलों में कमी के साथ ही भारत में टीकाकरण भी रफ्तार पकड़ रहा है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के अनुसार भारत महज 11 दिनों में साढ़े 28 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन देने में सफल रहा है। ऐसा करने वाला दुनिया का पांचवां देश बन गया है। भारत में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी।जबकि अन्य देश दिसंबर के पहले हफ्ते से टीकाकरण कर रहे हैं। भारत में टीकाकरण अभियान की रफ्तार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज छह दिनों में 10 लाख लोगों को वैक्सीन दे दी गई। जबकि इतने ही लोगों को वैक्सीन देने में अमेरिका में 10 दिन, स्पेन में 12 दिन, इजरायल में 14 दिन, ब्रिटेन में 18 दिन, इटली में 19 दिन, जर्मनी में 20 दिन और यूएई में 27 दिन लग गए थे।
वैक्सीन लगाने के मामले में दिल्ली फिसड्डी राज्यों में शामिल
बड़े पैमाने पर टीकाकरण के बावजूद कई राज्यों में इसका रफ्तार नहीं पकड़ना चिंता का विषय बना हुआ है। जहां ओडिशा जैसा बड़ी आबादी वाला राज्य अभी तक 50 फीसद से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दे चुका है, वहीं दिल्ली में केवल 15.7 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों को ही वैक्सीन दी जा सका है। टीकाकरण में दिल्ली से पीछे सिर्फ एक राज्य झारखंड है, जहां 14.7 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया है। राजेश भूषण ने कहा कि टीकाकरण अभियान में पिछड़ने वाले राज्यों के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय संपर्क में है, ताकि इसमें आ रही दिक्कतों को दूर किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि टीकाकरण में ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश का बेहतर प्रदर्शन रहा। इन राज्यों में 35 फीसद से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया गया। वहीं तमिलनाडु, दिल्ली, झारखंड, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में 21 फीसद से कम टीकाकरण किया गया, इसमें सुधार की आवश्यकता है।
आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने कहा कि ब्रिटेन में पाया गया कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अब 70 देशों में मौजूद है और हमने भारत में इसके 164 मामलों की पहचान की है। हम 23-23 दिसंबर को ब्रिटेन से आने वाले पहले मामले को खोज निकाला। एक सप्ताह के समय में हम इन रोगियों और क्लचर से रक्त एकत्र करने में सक्षम थे।
उन्होंने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि वर्तमान टीका ब्रिटेन में पाए गए नए स्ट्रेन पर काम कर रहा है या नहीं। हमारे पास इस पर काम करने वाली कुछ टीकों के बारे में प्रारंभिक रिपोर्ट हैं। हमने उन रोगियों के डेटा को देखा, जिन्हें कोवाक्सिन से इम्यून किया गया था। हमने उनका रक्त निकाला, सीरम निकाला और कल्चर वायरस के साथ टेस्ट किया।