लखनऊ : भारत में सबसे बड़े शिक्षा सम्मेलन के रूप में 13वें राउण्डटेबल सम्मेलन का आयोजन 21 से 24 जनवरी तक आॅनलाइन आयोजित किया गया। ग्लोबल एजुकेशन ट्रेनिंग इंस्टीटयूट द्वारा ‘शिक्षा से बदलाव’ विषय पर आयोजित इस चार दिवसीय शिक्षा सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा, सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पूर्व सचिव अनिल स्वरूप, श्री योगेश कुमार, आईएसएस, उपायुक्त मनरेगा एवं पांडिचेरी की गर्वनर डाॅ. किरन बेदी शामिल हुई। चार दिनों तक 14 राउण्डटेबल में चलने वाले इस शिक्षा सम्मेलन में खासकर पर अभी हाल ही में भारत में लागू की गयी नई शिक्षा नीति पर बहुत ही विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ ही इस सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाले कई देशों की शिक्षा पद्धति में अंतर होने के बावजूद एनईपी, इनोवेटिव एजुकेशन, सर्विस लीडरशिप, वेलनेस, एजुकेशन द स्पिरिट आदि जैसी विषयों पर 50 देशों के 80 से अधिक वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखें। इस सम्मेलन में शिक्षाविदों के साथ ही स्कूल प्रमुखों, नीति निर्माताओं, गैर सरकारी संगठनों के प्रमुखों के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले कई प्रबुद्ध व्यक्तियों ने बहुत ही उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।
देश के सबसे बड़े आॅनलाइन आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को जूम, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया पर लगभग 19,000 से अधिक देश और दुनिया के प्रतिष्ठित स्कूलों के प्रमुखों और शिक्षकों के द्वारा देखा गया। अकेले जूम पर ही लगभग 4334 लोगांे ने इस सम्मेलन में शामिल होकर इसे अद्धितीय बना दिया। इस सम्मेलन में कई ऐसे प्रमुख विशेषज्ञ एवं लीडर शामिल हुए जिन्होंने इस एक दूरदर्शी, शोध आधारित, समग्र शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता को प्रतिबंबित करने के लिए एक अवसर के रूप में लिया, जो भारत की नई शिक्षा नीति के अनुरूप प्रत्येक बच्चे को सफल बनाने में मदद कर सकता है।
एडलीडर कान्फ्रेंस का उद्देश्य बताते हुए इस सम्मेलन की संयोजिका डा सुनीता गांधी ने बताया कि “एड लीडरशिप को एक छत के नीचे दुनिया भर के नीति निर्माताओं और चिकित्सकों को एक साथ लाने और शिक्षा के बारे में हमारी सोच में क्रांति लाने के लिए जाना जाता है। नए परिवर्तनों का कार्यान्वयन। एड लीडरशिप में होने वाली बातचीत शिक्षा में आवश्यक सबसे महत्वपूर्ण वार्तालाप है। हमें परिवर्तन की आवश्यकता है और वृद्धिशील परिवर्तन की नहीं। हमारा लक्ष्य हर व्यक्ति के भीतर शिक्षक को प्रेरित करना है, गहरे और अधिक सार्थक संबंध बनाना, शिक्षा को जीवन के उद्देश्य से बेहतर रूप से जोड़ना और नए मानकों को स्थापित करना और उन्हें पूरा करना है।” यह सम्मेलन दुनिया के सबसे बड़े स्कूल और शांति की शिक्षा के लिए यूनेस्को पुरस्कार से सम्मानित सिटी मोंटेसरी स्कूल के संस्थापिका व निदेशिका डाॅ. भारती गांधी के धन्यवाद के साथ संपन्न हुआ।