नरेंद्र मोदी सरकार के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भरोसा दिलाया है कि नो तो एससी-एसटी एक्ट से किसी का उत्पीडऩ नहीं होगा और न ही इसका दुरुपयोग करने दिया जाएगा। अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के दौरे पर आए राजनाथ सिंह आज एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट में किसी का उत्पीडऩ नहीं हो रहा है ना ही होगा। उन्होंने कहा कि यह कोई नया एक्ट नहीं बना है, यह तो जो पुराना एक्ट है वही है। यह कांग्रेस के समय में भी था और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी था और आज भी वही है। अगर इसका दुरुपयोग कहीं पर होगा तो राज्य सरकारें इस पर संज्ञान लेंगी। उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि इसका दुरुपयोग नहीं होगा।
राजनाथ सिंह ने नक्सल समस्या पर कहा कि यह वाकई में बड़ी समस्या है। अब तो नक्सली दूसरा रास्ता अपना रहे हैं, वह शहरों में आ गए हैं वह अपनी विचारधारा से लोगों को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं। यह जानकारी एजेंसियों के जरिए प्राप्त हुई है। अभी हाल में भी जिनकी गिरफ्तारी हुई है उनमें से कुछ 2012 में भी गिरफ्तार हुए थे। उस समय भी उन पर इसी तरह के गंभीर आरोप लगे थे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में सब को बोलने की आजादी है। रहने की आजादी है लेकिन देश को तोडऩे की इजाजत ना है ना इसकी दी जा सकती है और हिंसा की भी इजाजत नहीं हो सकती। लोकतंत्र की आवाज दबाने के आरोप पर राजनाथ सिंह ने कहा कि सारे रिकॉर्ड उठा कर देख लीजिए इनमें से कुछ लोगों की गिरफ्तारी पहले भी हुई थी। उस समय भी इन लोगों पर यही आरोप लगे थे। उन्होंने आगे कहा कि देश को तोडऩे की कोशिश करने से बड़ा कोई अपराध नहीं हो सकता। जो भी तथ्य सामने आए हैं उस आधार पर कार्रवाई की जा रही है। कोर्ट में मामले की सुनवाई भी चल रही है वही अंतिम फैसला लेगा।
यह लोग किसी सरकार को गिराने की साजिश करने, वायलेंस को प्रमोट करने के लिए अपनी विचारधारा का सहारा लेना और सबसे बड़ी बात किसी देश को तोडऩे के लिए साजिश करने में लगे रहते हैं। मैं समझता हूं इससे बड़ा अपराध कुछ और नहीं हो सकता। जो भी तथ्य सामने आए हैं उन्हीं तथ्यों पर महाराष्ट्र पुलिस ने यह कार्रवाई की है। मैंने वहां के मुख्यमंत्री से बात की और पूरी जानकारी हासिल की। तब मुख्यमंत्री ने बताया क्यों गिरफ्तारी की गई। अब मामला कोर्ट के विचाराधीन है अब वही अंतिम फैसला होगा।