एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने राजकीय मेडिकल कॉले ज कन्नौज में मैनपावर सप्लाई में भारी भ्रष्टाचार की जाँच की मांग की है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि निदेशक, आतंरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा द्वारा सचिव, चिकित्सा शिक्षा अनुभाग-1 को भेजी गयी 15 पेज की रिपोर्ट दिनांक 05 सितम्बर 2019 में भ्रष्टाचार के पूरे सबूत दर्ज हैं.
इस रिपोर्ट के अनुसार मेसर्स हर्ष इंटरप्राइजेज द्वारा जुलाई 2016 से जून 2019 के बीच 35 माह में डमी संविदा कर्मियों के पक्ष में लगभग 4.45 करोड़ फर्जी भुगतान किया जाना पाया गया. इसी प्रकार यह भी पाया गया कि हर्ष इंटरप्राइजेज को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर की शर्तों एवं प्रक्रिया में अनर्गल बिन्दुओं को शामिल कर टेंडर स्वीकृत किया गया तथा गलत लाभ दिया गया. यह कहा गया कि टेंडर पाने के लिए कार्टेल बनाया गया. पूरी टेंडर प्रक्रिया को दूषित पायी गयी. इसी प्रकार लेखा परीक्षा में पाया गया कि अगस्त 2016 से जून 2019 तक हर्ष इंटरप्राइजेज द्वारा सेवा शुल्क में लगभग 10 लाख का अधिक भुगतान लिया गया तथा उन्हें लगभग 01 करोड़ की धनराशि का सर्विस टैक्स में अधिक भुगतान किया गया. लेखा आख्या से यह भी पाया गया कि हर्ष इंटरप्राइजेज को संविदा शर्तों के विपरीत नकद भुगतान किया गया और उनकी भर्ती की प्रक्रिया भी दोषपूर्ण पायी गयी.
पिछले दिनों नूतन ने मेसर्स हर्ष इंटरप्राइजेज के मुन्ना तिवारी को प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज में मैनपावर सप्लाई में अनियमित ढंग से काम दिए जाने की शिकायत की थी, जिसमे उन्हें बदायूं मेडिकल कॉलेज में बिना सरकारी अग्रीमेंट के मैनपावर का काम दिए जाने, तमाम मेडिकल कॉलेज द्वारा उनके फर्म के मद्देनज़र टेंडर की शर्तों में बदलाव करने, कन्नौज मेडिकल कॉलेज में जेम के माध्यम से की गयी निविदा में अनियमितता किये जाने आदि के आरोप थे.
नूतन ने कहा था कि मुन्ना तिवारी मुख्य सचिव आर के तिवारी के निकट रिश्तेदार बताये गए हैं तथा उन्ही के दवाब में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दूबे द्वारा इन्हें अनुचित लाभ दिए जाने की बात कही जा रही है.
नूतन ने आतंरिक लेखा द्वारा दी गयी आख्या पर पिछले 14 माह में कोई कार्यवाही नहीं होने को अत्यंत गंभीर बताते हुए तत्काल कार्यवाही किये जाने की मांग की है.
संलग्न- निदेशक, आतंरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट