कोविड वैक्सीनेशन अभियान में किसी प्रकार की शिकायत व शिथिलता बर्दाश्त नहीं
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के प्रथम चरण में 09 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण किया जाना है। यह टीकाकरण लगभग 1,500 स्थलों पर 3000 सत्रों के दौरान होगा। इनमें सरकारी और निजी क्षेत्रों के हेल्थ केयर वर्कर्स शामिल रहेंगे। द्वितीय क्रम में फ्रण्टलाइन वर्कर्स का टीकाकरण होगा, जिसमें केन्द्रीय व राज्य पुलिस बलों, राजस्व कर्मी तथा म्युनिसिपल वर्कर्स आदि सम्मिलित रहेंगे। इसके लिए लगभग 3,000 स्थल और 6000 सत्र निर्धारित किए गए हैं। तीसरे चरण में 50 वर्ष की आयु से अधिक तथा कोविड प्रोटोकाॅल के अनुसार गम्भीर रोगों से पीड़ित 50 वर्ष आयु तक के लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करायी जाएगी। मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद स्तर पर कोविड वैक्सीनेशन अभियान की जिम्मेदारी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक-पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी की होगी। इसमें किसी भी प्रकार की शिकायत व शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकाॅल के दिशा-निर्देशों तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो भी व्यवस्थाएं तय की गई हैं, उनका शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है, जहां पर कोविड-19 के सम्बन्ध में 02 वैक्सीन उपलब्ध हो गई हैं। उन्होंने इसके लिए वैज्ञानिकों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। यह वैक्सीन सुरक्षित है और कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए है। इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की अफवाह पर अंकुश लगाया जाए। जनपद स्तर पर जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा शासन को अवगत कराते हुए मीडिया ब्रीफिंग की व्यवस्था की जाए। यह ध्यान रखा जाए कि मीडिया ब्रीफिंग तथ्यों पर आधारित और प्रभावी हो। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे अभियान के दौरान फील्ड विजिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीम वर्क और अन्तर्विभागीय समन्वय के आधार पर वैक्सीनेशन अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया जाए। जिन जनपदों में कोविड वैक्सीनेशन की तैयारियों में कोई कसर रह गई है, उन जनपदों में भी व्यवस्थित तरीके से समयबद्ध ढंग से कार्य पूर्ण कर लिए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इण्टीग्रेटेड कमाण्ड ऐण्ड कण्ट्रोल सेण्टर पूरी सक्रियता के साथ संचालित रहें। कोविड केयर सेण्टर भी कार्यरत रहें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक व सतर्क किया जाता रहे। 10 जनवरी से प्रारम्भ होने वाले ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेले’ की तैयारियां समय से पूरी करते हुए स्वास्थ्य व पोषण के सम्बन्ध में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं। इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र व्यक्तियों को गोल्डन कार्ड वितरण सम्बन्धी कार्यवाही की जाए। अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की स्वास्थ्य सुरक्षा राज्य सरकार की प्रतिबद्धता है।