लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने से मौतों के मामले में दोषियों को सख्य सजा दिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी का न बचाया जाए। मायावती ने सोमवार को अपने ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद, मुरादनगर में स्थित श्मशान घाट की छत गिरने से लगभग चौबीस लोगों की हुई मौत अति दर्दनाक व कष्टदायक है। पीड़ित परिवार के प्रति अति संवेदना व कुदरत इन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश सरकार इस घटना की सही व समय से जांच कराके इसके दोषियों को सख्त सजा जरूर दिलाये अर्थात् किसी को भी ना बचाये तथा पीड़ित परिवार को उचित आर्थिक मदद भी जरूर करे, बसपा की यह मांग है।
मुरादनगर के वृद्ध जयराम की बीमारी के चलते मौत हो गई। रविवार सुबह करीब दस बजे जयराम के शव को लेकर लोग उखलारसी अंत्येष्टि स्थल गए थे। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होने पर पुजारी ने सभी लोगों को जयराम की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट के मौन के लिए गलियारे में बुलाया। इसी दौरान गलियारे की छत भरभराकर गिर गई। हादसे को लेकर जयराम के बेटे दीपक की ओर से थाना मुरादनगर में नगर पालिका ईओ (अधिशासी अधिकारी) निहारिका सिंह, जेई (अवर अभियंता) चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष और निर्माण करने वाले ठेकेदार अजय त्यागी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। निर्माण करने वाले अज्ञात कर्मचारी व श्रमिकों को भी आरोपित बनाया गया है। मामले में पुलिस ने तीन लोगों ईओ, जेई और सुपरवाइजर की गिरफ्तार कर लिया है। अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
वहीं मृतकों के परिजनों ने सोमवार सुबह मुरादनगर में दो जगह शव रख जाम लगा दिया। बताया जा रहा है कि एक जगह चार शव और दूसरी जगह तीन शव रख परिजन प्रदर्शन कर रहे हैं। शव को सड़क पर रखकर परिजन 15 लाख रुपये, एक सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं। अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मण्डलायुक्त, मेरठ एवं एडीजी, मेरठ जोन को घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं।