‘जग धूमेया थारे जैसा ना कोई…’ पर झूमी पूरी काशी

12 बजते ही नए साल का धमाकेदार स्वागत। जश्न में खूब हुए धमाल, दर्शन-पूजन को उमड़े लोग। देर रात तक रॉक बैंड व बॉलीवुड डांस पर मना न्यू का जश्न। कुछ लोगों ने घरों में केक काटे और व्यंजनों का लुफ्त उठाया। सुबह जो भी सामने दिखा, एक-दुसरे को बोले, हैप्पी न्यू ईयर। मंदिरों व घाटों पर सुबह से लोगों का उमड़ा सैलाब, दर्शन-पूजन कर की सुख-समृद्धि कर कामना, सड़कें रही जाम।

सुरेश गांधी

वाराणसी। ‘जग धूमेया थारे जैसा ना कोई…’ की तराने तो कोई रॉक बैंड के साथ झूम रहा था तो कोई डीजे फ्लोर पर बॉलीवूड डांस करने पर व्यस्त था, तो कहीं तो कहीं फिल्मी गानों पर कपल डांस, तो कहीं सूरों की महफिल। लाइव बैंड और वंस मोर- वंस मोर की फरमाइश। रात के 12 बजते ही लोगों ने दूसरे को हैप्पी न्यू ईयर कहकर नए साल 2021 का स्वागत किया। या यूं कहे हर कोई नव वर्ष के स्वागत में रातभर अपने तरीके से मगन रहा। हर कोई हर पल को यादगार बनाने में जुटा रहा। रात बारह बजे नए साल ने दस्तक दी, तो आसमान में आतिशबाजी के रंग भर गए।

इससे पहले शाम 7:00 बजे से ही न्यू ईयर पार्टी का जुनून लोगों में छाने लगा था। जश्न मनाने के लिए शहरवासी होटल, रेस्टोरेंट, लाउंज और घरों के आसपास वाले पार्को में जुटने लगे थे। रात 9:00 बजे के बाद पार्टी परवान पर चढ़ने लगी। इसके बाद म्यूजिक और डांस का दौर शुरू हो गया। और सुबह सूरज की पहली किरण उम्मीदों का उजाला लेकर आए, इस मनोकामना के साथ काशीवासी बाबा विश्वनाथ, संकट मोचन, बाबा कालभैरव सहित अन्य मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। संकटों से मुक्ति और सर्व मंगल की कामना का आशीष मांगे। पूजा पाठ से खाली होकर लोगों ने गंगा तीरे मस्ती की और सायंकाल गंगा आरती में सरीक हुए। भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ में भी नए वर्ष का उत्सव धूम धाम से मनाया गया। होटलों संग घरों में भी नए साल का स्वागत धूमधाम से हुआ। कई युवाओं ने घर की छत पर ही म्यूजिक सिस्टम लगाकर महफिल सजाई, तो कहीं सर्द रात में कैंप फायर और तंदूरी पार्टी का लुफ्त उठाया गया। बच्चा पार्टी ने केक काटकर माता पिता संग सबको हैप्पी न्यू ईयर कहा।

जाम के झाम से जूझे लोग

इस दौरान सड़कों पर लोगों के एक साथ निकल जाने से जाम के हालात पूरे दिन बना रहा। जिस दूरी को तय करने में 30 मिनट लगते थे, उसे घंटेभर का वक्त लगा। ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु ना होने से शहर में हर तरफ जाम लग गया। देखते ही देखते जाम की झाम में धीरे-धीरे पूरा शहर ही समा गया। इस दौरान सड़क पर राहगीरों में धक्का-मुक्की होती रही। यही नहीं साल के पहले दिन शुक्रवार पड़ने के कारण लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा का दर्शन पूजन करने के लिए पहुंचे। मंदिर प्रशासन की देखरेख में मंदिर परिसर की व्यवस्था अपने आप में अलग दिख रहा था, लेकिन मंदिर के बाहर सड़क पर वाहनों के पार्किंग किए जाने के कारण सड़क पर पैदल चलने के लिए जगह नहीं बचा था। इस बीच संकट मोचन पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण पुलिस चौकी से लेकर लंका-दुर्गाकुंड मार्ग पर भीषण जाम लग गया। जाम की समस्या का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि संकट मोचन पुलिस चौकी से दुर्गाकुंड की दूरी मोटरसाइकिल से तय करने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगा। लोग सड़क के किनारे स्थित दीवारों पर चढ़कर किसी तरह जाम से निकलने का जुगात करने लगे रहें।

सारनाथ में भी रही भीड़

वर्ष 2021 के स्वागत के लिए सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर, मिनी जू, संग्रहालय, मूलगंध कुटि विहार बच्चों की धमाचौकड़ीसे गुलजार है। बच्चे क्रिकेट और फुटबाल खेलने में मशगूल हैं। तो युवतियां और महिलाएं ऐतिहासिक धरोहरों के साथ सेल्फी लेने में मग्न हैं। वहीं गंगा उस पार रेती पर प्रशासन की गाइडलाइन के मुताबिक खूब मौज-मस्ती जारी है। प्रमुख घाट दशाश्वमेध, पंचगंगा, अस्सी, राजाचेत सिंह घाट पर सैलानियों की काफी भीड़ है।

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