पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) यूथ विंग के अध्यक्ष वहीद पारा के ऊपर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गंभीर आरोप लगाए हैं. NIA के मुताबिक वहीद पारा ने आरोपी पुलिस अधिकारी दविंदर सिंह के साथ मिल कर जम्मू कश्मीर लोकसभा 2019 के चुनावों के दौरान हिजबुल-उल-मुजाहिद्दीन को 10 लाख रुपये पहुंचाए थे. NIA ने वहीद को लेकर कहा कि उनके संबंध आतंकियों से हैं.
मीडीया रिपोर्ट्स के अनुसार, वहीद पारा ने 10 लाख रुपये की रकम दविंदर सिंह के जरिए हिजबुल के ऑपरेटिव सैयद मुश्ताक उर्फ नावेद बाबू को दिए थे. नावेद को यह पैसे इसलिए मिले थे ताकि वह चुनावों के दौरान घाटी का माहौल खराब कर सके. हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारियों को यह सारे पैसे श्रीनगर एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान मिल गए थे.
मालूम हो, NIA ने PDP यूथ विंग के अध्यक्ष वहीद रहमान को DSP दविंदर सिंह के साथ आतंकियों से संबध रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. वहीद पारा ने पुलवामा से BJP के सज्जाद अहमद रैना को हराया था. हालांकि, वहीद ने जम्मू में NIA की विशेष अदालत में जमानत की अर्जी देते हुए अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. वहीद के वकील टीएन रैना ने कहा कि वहीद रहमान को राजनीतिक साजिश के तहत फसाया गया है.
वहीद पारा PDP के यूथ विंग का अध्यक्ष है. इस वजह से पुलवामा के इलाके में वहीद की अच्छी पकड़ है. वहीद को शोपियां और पुलवामा में मानने वाले युवाओं की तादाद ज्यादा है. कश्मीर के इन्हीं जिलों में आतंकवाद भी तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि, वहीद ने जम्मू कश्मीर के युवाओं को आगे लाने के लिए भी कई काम किए हैं. वहीद ने कश्मीर में कई जगहों पर स्पोर्ट्स का आयोजन भी कराया है.
DSP दविंदर सिंह को आतंकियों से संबध रखने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था. NIA ने अधिकारी को तब गिरफ्तार किया था जब वह हिज्बुल कमांडर सईद नावेद और शाफी मीर को कार से जम्मू ले जा रहा था. गिरफ्तारी के बाद NIA ने पूरी घाटी में कई जगह छापेमारी किया था.