आवास योजना के लाभार्थियों से से सीएम योगी ने किया ऑनलाइन संवाद
प्रतापगढ़। मुख्यमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत प्रदेश के कुल 21562 लाभार्थियों को आवास निर्माण की कुल लागत रूपये 260.65 करोड़ के सापेक्ष पहली किश्त का 87 करोड़ रुपये का आनलाइन उनके खातों में हस्तान्तरण किया गया। मुख्यमंत्र ने मंगलवार को शाम प्रतापगढ़ के 1931 लाभार्थियों के खाते में मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण की पहली किस्त 7 करोड़ 72 लाख 40 हजार रूपये की धनराशि का आनलाइन हस्तान्तरण किया। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण एन0आई0सी0 सभागार में किया गया । आनलाइन प्रसारण के दौरान मंगलवार को शाम मुख्यमंत्री ने प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम सर्वजीतपुर के मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थी त्रिवेणी प्रसाद तिवारी से आनलाइन संवाद किया। मुख्यमंत्री ने आनलाइन संवाद के दौरान लाभार्थी से पूछा कि आपके पास मकान है कि नही तो लाभार्थी ने बताया कि नही है, तो मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आनलाइन पैसा भेजा गया है उसको मकान बनवाने में खर्च करियेगा अन्य किसी में खर्च न करियेगा। मुख्यमंत्री ने पूछा कि आपके जमीन पर जो झोपड़ी है वह आपके नाम पर है या किसी और के नाम पर तो लाभार्थी ने बताया कि हमारे नाम पर है।
मुख्यमंत्री ने पूछा कि आपके क्षेत्र में आवंले की खेती होती है तो आंवले से जुड़कर कुछ चीजेंं बनायेगें तो बड़ा मुनाफा होगा। लाभार्थी ने कहा कि बीच में विचौलियें आ जाते है तो मुख्यमंत्री ने कहा कि अब लाभार्थी के खाते में सीधे पैसे भेजे जाते है तो बिचौलिये नहीं आयेगें, आप ऐसा तंत्र तैयार कीजिये कि बिचौलिये घुसने न पाये।
सजीव प्रसारण के दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी डॉ रूपेश कुमार को निर्देशित किया कि ऐसे लाभार्थी परिवार को रोजगारपरक योजना जैसे डेयरी, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मत्स्य पालन एवं शासन के अन्य योजनाओं से जोड़ा जाये ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण में एक कमरा, किचन, बरामदा बनाया जायेगा, इसकी कुल लागत रूपये 1.20 लाख है। इसके साथ मनरेगा के तहत 90 दिन की मजदूरी का 18.09 हजार, स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय के 12 हजार रूपये, निःशुल्क गैस कनेक्शन तथा विद्युत कनेक्शन दिया जायेगा। उन्होने लाभार्थियों को आयुष्मान गोल्डेन कार्ड के तहत पांच लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा, जीवन ज्योति बीमा योजना, दुर्घटना बीमा योजना से लाभान्वित किये जाने का निर्देश दिया।