लखनऊ। चिकित्सा के क्षेत्र में अपने सराहनीय प्रयासों के जरिये देश व प्रदेश का नाम रोशन करने वाले किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रोफ़ेसर सूर्यकान्त को देश के चिकित्सकों की प्रमुख एवं प्रतिष्ठित संस्था इन्डियन मेडिकल एसोसिएशन-एकेडमी ऑफ़ मेडिकल स्पेशियलिटीज (आईएमए-एएमएस) का राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन चुना गया है। डॉ. सूर्यकान्त लखनऊ के पहले चिकित्सक हैं, जिन्हें आईएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चुना गया है। आईएमए देश की माडर्न सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन की एक राष्ट्रीय एवं प्रतिष्ठित संस्था है, जिस संस्थान में करीब चार लाख सदस्य हैं ।
आईएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का हाल ही में चुनाव संपन्न हुआ, जिसमें डॉ. सूर्यकान्त को वर्ष 2020-2022 के लिए यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गयी है । कार्यकारिणी का गठन और प्रतिस्थापन सोमवार (28 दिसम्बर) को सम्पन्न हुआ । डॉ. सूर्यकान्त वर्ष 2018 में आईएमए लखनऊ के अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में आईएमए के मानद प्रोफ़ेसर भी हैं । उन्होंने वर्ष 2019 में आईएमए एकेडमी ऑफ़ मेडिकल स्पेशियलिटीज उत्तर प्रदेश के चेयरमैन भी रह चुके हैं, इसके साथ ही वह कई वर्षों से आईएमए की उप्र और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं । हाल ही में डॉ. सूर्यकान्त को आईएमए की जर्नल के राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य के रूप में भी नामित किया जा चुका है ।
डॉ. सूर्यकान्त की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर आईएमए के राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. अशोक राय, प्रदेश सचिव डॉ. जयंत शर्मा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ए. एम. खान, डॉ. रुखसाना खान तथा आईएमए लखनऊ के पदाधिकारी डॉ. रमा श्रीवास्तव, डॉ. जी. पी. सिंह, डॉ. जे. डी. रावत तथा अन्य चिकित्सकों ने उन्हें बधाई दी है और लखनऊ के लिए इसे एक बड़ी उपलब्धि बताई है । डॉ. सूर्यकान्त ने आईएमए के सभी चिकित्सकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए यह आश्वासन दिया है कि अपने इस दो वर्ष के कार्यकाल में देश के विशेषज्ञ चिकित्सकों को देश की चिकित्सा क्षेत्र की प्रमुख बीमारियों के बारे में नवीनतम प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा समाज को विभिन्न बीमारी से बचाव के बारे में जागृत किया जाएगा।