सरकारी और निजी अस्पतालों के 12700 स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा टीका
एक व्यक्ति को दो बार लगेगा टीका, पहली डोज के बाद 28 दिन बाद दूसरी डोज
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्वास्थ्य महकमें की मानें तो जनवरी के पहले व दूसरे सप्ताह में वैक्सीन प्राप्त होने की संभावना है। प्रति व्यक्ति को दो बार वैक्सीन लगेगी। पहली बार के बाद दोबारा 28 दिन बाद लगाई जाएगी। वैक्सीनेशन की टीमें बनाकर उनको प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वैक्सीनेशन के बाद लगभग 30 मिनट तक व्यक्ति को रोककर उसकी निगरानी की जाएगी। वैक्सीनेशन का बायो मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल की भी समुचित व्यवस्था होगी। एक पोर्टल पर वैक्सीनेशन वालों का रिकार्ड व उसका फालोअप दर्ज होगा। कोरोना से बचाव के उपक्रम में बताया गया कि मृत्यु दर में काफी कमी हो रही है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा व सीएमओ डा. वीबी सिंह की माने तो कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए टीकाकरण की शुरुआत होने का देशवासियों के साथ काशी वासी भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में गुड न्यूज ये है कि जल्द ही इंतजार खत्म होगा और नए साल की शुरुआत से जनवरी माह में कोरोना के टीकाकरण की शुरुआत वाराणसी में भी हो जाएगी। जिले के नोडल अधिकारी अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कोरोना टीका की तैयारी पूरी कर जनवरी से इसे शुरू कराने को कहा। वैक्सीन लगाने की तैयारी स्वास्थ्य महकमे ने कर ली है। सप्ताह भर से लेकर दस दिनों में कोरोना वैक्सीन वाराणसी पहुंच जाएगी और इसके लिए भवन और रखरखाव की तैयारियां पूरी हैं। जिनको वैक्सीन की पहली डोज देनी है वह सूची भी बनकर तैयार है। इसके लिए सभी का डाटा भी आनलाइन फीड किया जाएगा।
प्रथम फेज में सरकारी व प्राइवेट मेडिकल व पैरामेडिकल का वैक्सीनेशन करने के लिए 12700 लोगों का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया है। वाराणसी में अब तक कुल 353 लोग अपनी जान कोरोना वायरस से गंवा चुके हैं। जबकि 20197 संक्रमित लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इस समय 498 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। सीएमओ ने बताया कि टीका लगाने वालों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है, साथ ही लोगों को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है। शहरी इलाकों में मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा, शास्त्री अस्पताल रामनगर, तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत 13 जबकि ग्रामीण इलाकों में भी 14 जगहों पर टीकाकरण की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही है। कोरोना के दूसरे रूप स्ट्रेन के संक्रमण के बाद ब्रिटेन, नीदरलैंड समेत अन्य जगहों से लौटे लोगों की सेहत की मानीटरिंग की जा रही है। अब तक आए 45 में से जिन 19 लोगों की आरटीपीसीआर जांच की गई थी, उसमें 18 की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत महसूस की है। फिलहाल 28 दिन तक सभी की सेहत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम निगरानी करती रहेगी।