फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अमेरिका से अपने राजदूत को बुला लिया है. अमेरिका के इजरायल स्थित अपने दूतावास को यरूशलम ले जाने के कदम के एक दिन बाद फिलिस्तीन के विदेश मंत्रालय ने यह घोषणा की.
इस कदम पर फिलिस्तीन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वॉशिंगटन में फिलिस्तीन लिबरेशन आर्गेनाइजेशन कार्यालय के प्रमुख हुसाम जोमलोट बुधवार को फिलिस्तीन लौट आएंगे. हालांकि, इस बयान में यह नहीं कहा गया कि वॉशिंगटन में फिलिस्तीन के सबसे वरिष्ठ अधिकारी जोमलोट को कितने समय के लिए वापस बुलाया गया है.
इससे पहले अमेरिका ने सोमवार को तेल अवीव से अपना दूतावास स्थानांतरित कर यरूशलम में खोल दिया था. अमेरिका के इस कदम से भड़के फिलिस्तीनी लोग इजरायली सैनिकों से भिड़ गए और इस दौरान इजरायली बलों की गोलीबारी में गाजा में कम से कम 55 लोग मारे गए और लगभग 2400 अन्य घायल हुए.
गाजा में हुई हिंसा के बाद इजरायली सेना ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने बाड़बंदी के पास तैनात इजरायली सैनिकों पर देसी बम, जलते हुए टायर और पत्थर फेंके. दूतावास संबंधी यह कदम विवादास्पद है क्योंकि फिलिस्तीनी लोग यरूशलम के एक हिस्से को अपनी भविष्य की राजधानी मानते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यरूशलम को इजरायल की औपचारिक राजधानी के रूप में मान्यता देने के विवादास्पद कदम के तहत तेल अवीव से अपना दूतावास वहां स्थानांतरित करने की दिसंबर में घोषणा की थी. ट्रम्प ने यहां अमेरिकी दूतावास में अपने रिकार्डेड संदेश में कहा था, ‘आज हमने यरूशलम में आधिकारिक रूप से अपना दूतावास खोल दिया. बधाई. इस अवसर को आने में लंबा समय लगा है.’