कई घंटों की तलाश के बाद निकाले जा सके चारों के जले शव, गांव में मातम
बांदा। हाड़ कपा देने वाली सर्दी में बचाव के लिए अलाव कभी-कभी जानलेवा साबित हो जाते है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में सामने आया है। यहां मर्का थाना क्षेत्र में स्थित भूसा से भरे कच्चे घरौंदे में अलाव की चिंगारी ने सोते हुए परिवार को अपनी आगोश में ले लिया। इस आग में मां व तीन बच्चों समेत चार लोगों जिंदा जलकर हमेशा के लिए मौत की नींद सो गए। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने दमकल के साथ आग बुझाई और शवों को निकाला गया। मामले में पहुंचे एसडीएम ने पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की बारिकी के साथ जांच करवाई। घटना की जानकारी राजस्थान में काम करने वाले गृहस्वामी को दे दी गई है।
बांदा के मर्का थाना इलाके में स्थित ग्राम पंचायत मऊ के दूबेन का पुरवा में रहने वाले कल्लू राजस्थान के जयपुर में मजदूरी करते है। उनकी पत्नी संगीता (35) तीन बच्चों अंजली (8), आशीष (5) व दो वर्षीय मासूम बेटी थे। बीती रात संगीता ने बच्चों के साथ खाना खिलाया और सभी सो गए। इस बीच ठंग अधिक होने के चलते उन्होंने अंगीठी को जलता हुआ छोड़ दिया। संभवत: इस अंगीठी के अलाव की चिंगारी भोर के पहर निकली और उससे कच्चे घर की छत पर रखे भूसे में आग लग गई। इस दौरान बच्चों के साथ सो रही मां आग की लपटों से अंजान घिर गया और सभी जिंदा जल गए।
शनिवार की सुबह जब ग्रामीणों ने आग की लपटें देखी तो पुलिस व दमकल को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे मर्का थाना प्रभारी राम आसरे सरोज ने दमकल कर्मियों के साथ आग पर काबू पाया। पुलिस व ग्रामीण सुलगती हुए धुंए के बीच जब कच्चे मकान में दाखिल हुए। अंदर जली हुई गृहस्थी को हटाया गया और वहां से मां व बड़ी बेटी अंजली का शव मिला। इसके बाद मलबा हटाया गया तो दो बच्चों के जले हुए अस्थि पंजर मिलें। इस घटना से गांव में मातम का माहौल है। मौके पर एसडीएम व सीओ पहुचे और गहनता से जांच की। एसडीएम ने बताया कि प्रथम दृष्टया अलाव की आग के भूसे से कच्चे घर में आग लगने की बात सामने आ रही है। इस घटना में मां व तीन बच्चों की मृत शव मिले हैं। घटना के बारे में राजस्थान में काम करने वाले गृहस्वामी को जानकारी दे दी गई है। इसमें सरकार की ओर से अनुमन्य आर्थिक सहायता दिलाने की कार्यवाही की जा रही है।