पूछा, अरे भाईयों कोई परेशानी तो नहीं, लोगों को बांटे कंबल
अधिकारियों को शेल्टर में बेहतर सुविधाएं देने के दिए निर्देश
वाराणसी। कृषि कानून को लेकर कई दिनों से मचे सियासी घमासान के बीच भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधर्म निभाना नहीं भूले। हाड़ कंपाने वाली ठंड व शीतलहरी के प्रकोप के बीच मुख्यमंत्री सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में अधिकारियों के संग विकास कार्यो की समीक्षा के बाद योगी बाबा विश्वनाथ जी का आशीर्वाद लेने मंदिर पहुंचे। सप्तऋषि आरती में शामिल होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ शहर के अलग-अलग इलाकों में रैन-बसेरों का हाल देखने निकले। मुख्यमंत्री के अचानक निकलने से सर्द मौसम में भी अफसरों के माथे पर पसीना दिखा, लेकिन उनके चेहरे पर संतुष्टि देख अधिकारियों ने चैन की सांस ली। इस दौरान अचानक निरीक्षण करने पहुंचे योगी ने बेघर लोगों के रहने के लिए बनाए गए रैन बसेरे में हाड़ कंपाने वाली ठंड से बचने के लिए शरण ले रहे लोगों का हाल जाना और अधिकारियों को बेहतर सेवाएं देने के निर्देश भी दिए। सीएम ने कहा कि जरूरत के मुताबिक और तकिए और कंबल मंगवाए जा सकते हैं। सुनिश्चित किया जाए कि ठंड की वजह से किसी को दिक्कत न हो। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रैन बसेरे में रह रहे मजदूरों और रिक्शा चालकों से मिल रही सुविधाओं के बारे में भी पूछा। रैन बसेरे में मौजूद लोगों ने गद्दों की शिकायतें की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मातहतों को दिए सख्त आदेश भी दिए. साथ ही कहा कि बसेरों में शरण लिए हुए लोगों का ध्यान रखा जाए. कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बता दें, पंचायत चुनाव से पहले तैयारियों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साढ़े पांच घंटे के प्रवास पर वाराणसी के दौरे पर हैं। इससे पहले उन्होंने मऊ में जनसभा को संबोधित किया था। दोपहर 2.20 बजे पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर उतरा तो पुलिस लाइन से सीधे मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंच गए। दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तो बटन दबाकर विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इसके बाद सर्किट हाउस पहुंचे जहां अधिकारियों संग वह बैठक कर विकास कार्यों पर चर्चा किया। सर्किट हाउस में बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ दरबार और अन्नपूर्णा मंदिर और काल भैरव मंदिर का रुख करने के अलावा टाउनहॉल स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण करने पहुंचे। वहीं शाम को सीएम से मिलने की जिद पर लंका निवासी सुभद्रा शुक्ला अड़ी रहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और राजस्व व भूमाफिया ने मिलकर उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है।