राजधानी सोमवार सुबह एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। चौक थानाक्षेत्र स्थित फायर स्टेशन के सामने बनी छह दुकानें सुबह करीब आठ बजे जोरदार आवाज के साथ करीब 30 फीट नीचे जमीन में धंस गई। सड़क से गुजर रहे राहगीरों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर दुकानदार व पुलिस मौके पर पहुंची। गनीमत रही कि घटना के वक्त दुकाने बंद होने के कारण कोई हताहत नहीं हुआ। इन दुकानों का सारा माल और मलबा करीब 30 फीट नीचे गड्ढे में चला गया। दुकानदार माल निकालने की कोशिश करने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें सुरक्षा के दृष्टिगत रोक दिया।
तबाही की फोन कॉल बजते ही उड़ गई नींद
आटोपार्ट्स व्यवसायी कमल, राहुल और अवनीश अग्निहोत्री ने बताया कि सुबह वह सो रहे थे। तभी दुकान के आस-पास रहने वाले लोगों ने उन्हें फोन किया। घटना की जानकारी मिलते ही उनकी नींद उड़ने के साथ ही पैरों तले से जमीन खिसक है। वह आनन-फानन भागकर दुकान पहुंचे टी तबाही का मंजर देख हैरान हो गए। उन्होंने बताया कि दुकान में काफी सामान रखा था। कुछ रुपया भी था। दुकान धंसने से सारा माल मलबे के साथ 30 फीट गहरे गड्ढे में चल गया। मोबिल ऑयल आदि के डब्बे खुल गए सारा ऑयल बह गया था।
जर्जर हो चुके थे पिलर, अधिक थी गहराई
आस-पड़ोस के लोगों ने बताया जहां दुकाने बनी थीं उसकी गहराई काफी अधिक थी। गहरे गड्ढे में मिट्टी भरी नहीं थी। तीन मंजिला ऊंचे पिलर खड़े करके दुकाने बनाई गई थी। पिलर अब जर्जर हो चुके थे।
इनकी दुकानें हुईं जमीदोंज
- लाजपत नगर निवासी कमल की दो दुकानें
- महिलाहाब निवासी राहुल
- एसके आटोपार्ट्स
- माली खां सराय निवासी अवनीश अग्निहोत्री
- चौक निवासी वीरेंद्र