भइया, महाराज जी को अचानक सामने देखकर हैरान रहा गया, अपनी आंखों पर भरोसा ही नहीं हो रहा था। अब तक महराज जी को फोटो में ही देखा था, इतनी नजदीक से पहले कभी नहीं देखा था। महाराज जी ने जो कंबल दिया है वह संभाल कर रखूंगा। घर वालों को दिखाऊंगा की बड़ा सौभाग्यशाली हूं जो उनके हाथों से कंबल पाया हूं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कंबल पाने के बाद कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र के राजापुर निवासी लल्लन चहकते हुए सभी को यह बताते रहे। उनके साथ ही गांव से मजदूरी करने आए बैजनाथ ने भी मुख्यमंत्री को पहली बार ही इतनी नजदीक से देखा था। खु्रशी से फूल नहीं समा रहे बैजनाथ ने कहा कि, ‘गांव जाऊंगा तो सभी को बताऊंगा कि मुख्यमंत्री जी ने आकर हाल-चाल लिया था।’
अपने हाथ से ओढ़ाया कंबल
झूलेलाल मंदिर के सामने स्कूल के पीछे 39 बेड का रैन बसेरा संचालित हो रहा है। यहां फोरलेन निर्माण में विस्थापित हुए परिवार रहते हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर नगर निगम ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है। यहां रहने वाले परिवार मुख्यमंत्री की ओर से दी गई राहत से गदगद हैं। इस रैन बसेरा से आगे 127 बेड का रैन बसेरा बन रहा है। रविवार रात मुख्यमंत्री इसी रैन बसेरा में पहुंचे। बरामदे में लल्लन, बैजनाथ समेत महराजगंज के बृजमनगंज निवासी रामाशीष, परशुराम, सिसवा के भोली आदि रुके हैं। सभी रैन बसेरा में काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने गेट के अंदर पहुंचते ही श्रमिकों से बात शुरू की। सुविधा पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने ठंड के बारे में पूछा तो लल्लन और बैजनाथ ने बताया कि बहुत ठंड लग रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से दोनों को कंबल ओढ़ाया।
आधे घंटे में ही रैन बसेरों की व्यवस्था हुई चकाचक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संभावित निरीक्षण को देखते हुए शहर के रैन बसेरों की व्यवस्था आधे घंटे में ही चकाचक कर दी गई। झूलेलाल मंदिर के सामने स्कूल के पीछे बने 127 बेड के रैन बसेरा में रुके मजदूरों को मुख्यमंत्री ने कंबल दिया। अभी इस रैन बसेरा में काम चल रहा है। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज, बशारतपुर, शिवपुर सहबाजगंज समेत सभी 13 रैन बसेरों की व्यवस्था देखने खुद नगर निगम के अफसर पहुंचे थे। धर्मशाला रैन बसेरा में शौचालय की व्यवस्था नहीं है। मुख्यमंत्री के निरीक्षण को देखते हुए बगल के सुलभ शौचालय को रात में खोला गया। सहायक नगर आयुक्त वैभव त्रिपाठी के निर्देश पर मास्क, सैनिटाइजर, रूम फ्रेशनर की व्यवस्था करने के साथ ही सभी चादरों को बदला गया। यहां पार्षद छट्ठी लाल गुप्ता भी मौजूद रहे। हालांकि रैन बसेरा के सामने की सड़क पर जलभराव दिखा। नगर निगम के अफसरों ने अपना वाहन खड़ा कर जलभराव को छुपाने की कोशिश की थी।
आनन-फानन में कराई गई सफाई
बशारतपुर रैन बसेरा में नौ यात्री रुके थे। मुख्यमंत्री के संभावित निरीक्षण को देखते हुए आनन-फानन में सफाई कराई गई और रैन बसेरा तक जाने वाले रास्ते को दुरुस्त कराया गया। शिवपुर सहबाजगंज स्थित रैन बसेरा में कोई यात्री नहीं रुका था लेकिन यहां भी व्यवस्था ठीक करने में अफसर जुटे रहे। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज स्थित रैन बसेरा की भी सफाई कराई गई। मरीजों को तीमारदारों को जैसे ही पता चला कि मुख्यमंत्री निरीक्षण को आ सकते हैं तो सभी खुश हो गए। ट्रांसपोर्टनगर, हांसूपुर समेत अन्य रैन बसेरों की व्यवस्था भी चकाचक मिली।