डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि के अटल प्रेक्षागृह में विवि के सातवें दीक्षा समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह विद्यार्थियों के लिए विशेष अवसर है। यह सनातन संस्कृति का प्रतीक है। गुरुकुल में ऐसा होता रहा है। राज्यपाल ने इस परंपरा का निर्वहन किया है। कोरोना काल में आयोजन सराहनीय है। सीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा और नए निर्माण की सभी को बधाई दी। कहा, महान बनने के अवसर को कभी न खोना और सम्मान बनाये रखना मेधावियों की जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांग शब्द देकर उनका सम्मान किया है। उनको इसके लिए धन्यवाद। कोरोना काल में एक साथ 10 लाख से अधिक दिव्यांगों के खाते में पेंशन भेजी गई है। सरकारी संस्थानों में भी उनकी विशेष व्यवस्था की गई है। नई शिक्षा नीति से इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। ऐसा करने की चुनौती भी आपके सामने है। डॉ. शकुंतला मिश्रा विवि की विशिष्टता इस कारण भी अधिक है कि उनकी ग्रैंड डॉटर को पहली पीएचडी मिली है।
इस पूर्व मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने कहा कि इस विश्व विद्यालय का स्वरूप अलग है। सामान्य और दिव्यांग एक साथ पढ़ते हैं। संवेदनाओं का यहां संचलन होता है। अहंकारी प्रवृत्ति अनुचित है। सत्य निर्गुण होता है। ज्ञान जानने में नही उसमें रम जाने का नाम है। भगवान बुद्ध राजपाट त्याग दिया और भगवान बन गए। यह सर्फ भारत में ही संभव है। दिव्यांग दिव्यता का प्रतीक है। दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की वीथिका और प्रतिमा स्थापित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। स्टेडियम दिव्यांगों की खेल प्रतिभा को निखरेगा, शीघ्र ही विश्व स्तर के खेल होंगे। आने वाले दिनों में देशभर के लोगों का ध्यान विवि अपनी ओर खीचेगा। दिव्यनांगजन अधिनियम का पालन किया जा रहा है। मेधावी अब देश की समृद्धि में अपनी भूमिका निभाएंगे।
काले और सफेद रंग की ड्रेस व गाउन के साथ कदमताल करते मेधावियों की मौजूदगी में डा.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि के अटल प्रेक्षागृह में विवि के सातवें दीक्षा समारोह की शुरुआत हुई। समारोह की अध्यक्षता कर रहीं राज्यपाल व कुलाधिपति आंनदी बेन पटेल ने सभी मेधावियों को बधाई दी। मेडल सूची में छात्राें के मुकाबले छात्राओं की संख्या अधिक होने पर उन्होंने खुशी जाहिर की।
दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डा.विश्वनाथ प्रसाद तिवारी और दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 125 करोड़ की लागत से बनीं योजनाओं का लोकार्पण किया। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा के साथ ही उनकी कविताओं पर आधारित वीथिका का अनावरण के साथ ही डॉ.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि की स्मृति में डाक टिकट जारी किया गया। कॉलेज फार डेफ, विशिष्ट स्टेडियम, कृत्रिम अंग निर्माण केंद्र, समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालय की दिव्यांगों को सौगात दी गई। कुलपति प्रो. आरकेपी सिंह ने विवि की प्रगति ने विस्तार से जनकारी दी। राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने मेडल प्रदान किए।
शिवांगी कश्यप को मुलायम सिंह यादव गोल्ड मेडल
राजनीति विज्ञान में सर्वाधित अंक पाने वाली शिवांगी कश्यप को मुलायम सिंह यादव गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। एमए हिंदी में सर्वाधिक अंक पाने वाली मेधावी मानसी यादव को आलोक तोमर गोल्ड मेडल और दृष्टिबाधित सुमित्रा को स्नातक में सर्वाधिक अंक हांसिल करने वाली सुमित्रा को डॉ. शकुंतला मिश्रा स्मृति गोल्ड मेडल मिला। दिव्यांग शिवा मिश्रा को रोहित मित्तल रोहित मित्तल स्मृति गोल्ड मेडल मिलेगा। आयुषी पांडेय को संस्कृति गोल्ड मेडल मिला। आयुषी ने बीएड विशेष शिक्षा में सर्वाधिक अंक हांसिल किया है।
दृष्टिबाधित रामदरश को सर्वाधिक चार मेडल
सर्वाधिक चार मेडल पाने वाले दृष्टिबाधित राम दरश का कहना है मैं कक्षा नौ में पढ़ रहा था तभी ट्यूमर की वजह से मेरी आंखों की रोशनी चली गई। युवाओं की जिम्मेदारी है कि वह ऐसा करें जिससे कोई दूसरा रामदरश न होने पाए। मेरी कोशिश है कि मैं शिक्षक बनकर अपने जैसों को हौसला दे सकूं।
मेडल पाकर खिले चेहरे, ज्ञान का उजियारा फैलाएंगे मेधावी
एमए इतिहास में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाली मानसी को दो गोल्ड मेडल मिला मानसी टीचर बनकर समाज में ज्ञान की रोशनी फैलाना चाहती हैं। स्टेटिक्स में एमएससी करने वाली अवंतिका का कहना है कि ज्ञान की आपके भविष्य को संवार सकता है। आइएएस अधिकारी बनकर समाज में समान शिक्षा के सरकारी प्रयासों को धरातल पर लाने का प्रयास करूंगी। एमएससी आइटी में टॉपर ममता को गोल्ड मिला। वह नेट के साथ प्रोफेसर बनकर अपने जैसोंं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देकर भविष्य संवारना चाहती हैं। गोल्ड व दो ब्रांज मेडल पाने वाली आकांक्षा कंप्यूटर साइंस में बीटेक की टॉपर हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर तकनीक के क्षेत्र में देश व समाज को आगे ले जाने की मंशा रखती हैं।
बीटेक के छात्र रोहित श्रीवास्तव को सर्वश्रेष्ठ छात्र का चांसलर मिला तो आदित्य कुमार रावत को कुलाधिपति सिल्वर मेडल,मुख्यमंत्री सिल्वर और कुलपति गोल्ड मेडल दिया गया। रोहित श्रीवास्तव को कुलाध्यक्ष, मुख्यमंत्री, कुलपति मेडल सहित कुल तीन गोल्ड मेडल दिए गए। बीटेक (ई.ई.) के आदित्य कुमार रावत को कुलाध्यक्ष सिल्वर मेडल, मुख्यमंत्री सिल्वर और कुलपति गोल्ड मेडल दिया गया।