भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज रिषभ पंत का कहना है कि हाल ही में समाप्त हुए गुलाबी गेंद के वार्मअप मैच में उन्होंने जो शतक लगाया वह सिर्फ आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था जो उन्हें 17 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले चाहिए था। यूएई में इस साल के आइपीएल में फिटनेस और फॉर्म से जूझ रहे पंत ने यहां दूसरे अभ्यास मैच में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरी पारी में 73 गेंदों पर 103 रनों की धुआंधार पारी खेलकर भारतीय टीम प्रबंधन के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
भारत को अब गुरुवार से शुरू होने वाले एडिलेड में होने वाले सीरीज-ओपनर (डे-नाइट मैच) के लिए पंत और रिद्धिमान साहा के बीच चयन करना होगा, जिन्होंने खुद को एक ठोस विकेटकीपर के रूप में दिखाया है। पंत ने बीसीसीआइ की आधिकारिक वेबसाइट से बात करते कहा, “जब मैं बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर गया तो बहुत सारे ओवर बाकी थे, इसलिए (हनुमा) विहारी और मैं एक अच्छी साझेदारी बनाना चाहते थे। हम यथासंभव बल्लेबाजी करना चाहते थे। मैं बस रन बनाने की कोशिश कर रहा था। जितना संभव हो सके खुद को और धीरे-धीरे मैंने आत्मविश्वास विकसित करना शुरू किया।”
उन्होंने आगे कहा, “यह शतक मेरे लिए एक बड़ा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहा है। यह एक महीना रहा है, मैं ऑस्ट्रेलिया में हूं, लेकिन मुझे खराब गले की वजह से पहले अभ्यास मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। पहली पारी में भी में रन नहीं बना सका, क्योंकि मुझे लगा कि अंपायर से एलबीडब्ल्यू का फैसला गलत था। दूसरी पारी में मेरा ध्यान ज्यादा से ज्यादा समय बिताने पर था और नतीजा मुझे अपनी एक अच्छी पारी के तौर पर मिला।”
बाएं हाथ के 23 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि दूसरे अभ्यास मैच में टीम का मुख्य ध्यान बल्लेबाजी इकाई के रूप में गुलाबी गेंद के खिलाफ बीच में समय बिताना था। उन्होंने कहा, “पहली पारी में हम जल्दी आउट हो गए, क्योंकि विकेट पर बहुत नमी थी। दूसरी पारी में हमें विकेट के बारे में एक विचार आया। इसलिए दूसरी पारी में सभी ने कोशिश की और अधिक बल्लेबाजी की।”