डीजीपी आदेश के बाद शुरू हुई सुगबुगाहट
18 में से 11 जगह दरोगा कर रहा थानेदारी
-अरुण कुमार राव
देवरिया । जिले के चार स्थानों पर तैनात दरोगा की थानेदारी जा सकती है। डीजीपी के निर्देश के चलते ऐसा होने वाला है।डीजीपी ने प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस कप्तान को पत्र जारी कर निर्देश दिया था कि कम से कम दो तिहाई थानों पर इंस्पेक्टर की तैनाती होनी चाहिए। जिले के 18 में से कम से कम 11 थानों पर इंस्पेक्टर की तैनाती अनिवार्य है। पिछले कुछ वर्षों में इंस्पेक्टर की कमी के चलते कई जगह दरोगाओं को थानेदारी सौंप दी गई। अब डीजीपी की आदेश के बाद नए सिरे से सूची बननी शुरू हो गई है।जिले में वर्तमान में सिर्फ 7 थानों पर इंस्पेक्टर हैं। जबकि 11 जगह दरोगा ही थानेदारी कर रहे हैं। ऐसे में फिलहाल कम से कम चार दरोगाओं की थानेदारी जानी तय है।
इन थानों की इंस्पेक्टर को मिलेगी कमान
जिले में तीन कोतवाली समेत 18 में थाने हैं। जिसमें से सदर कोतवाली, सलेमपुर कोतवाली, रुद्रपुर कोतवाली, बरहज, गौरी बाजार, तरकुलवा, भाटपार रानी, भटनी, लार, बघौचघाट, रामपुर कारखाना थानों पर इंस्पेक्टर की तैनाती के अनुमति मिली हुई है। इसके साथ ही एकौना, मदनपुर, भलुअनी, खुखुंदू, खामपार, बनकटा, मईल थानों पर एसपी स्वेच्छा से दरोगा और इंस्पेक्टर को थानेदार बना सकते हैं। इंस्पेक्टर के लिए स्वीकृत थानों में भाटपाररानी, रामपुर कारखाना, बघौचघाट और भटनी थानों पर दरोगा को प्रभारी बनाया गया है। जबकि नियमानुसार इन पर इंस्पेक्टरों की तैनाती होनी चाहिए।
जिले में तैनात है 24 इंस्पेक्टर
जिले में सुरक्षा के लिए 24 इंस्पेक्टर तैनात है इसमें से सदर कोतवाली में इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह, सलेमपुर में नवीन कुमार मिश्रा, रुद्रपुर में अरुण कुमार मौर्य, मदनपुर में श्याम लाल यादव, गौरी बाजार में गिरिजेश तिवारी, तरकुलवा में प्रदीप शर्मा, बरहज में अनिल कुमार पांडेय, लार में टीजे सिंह को तैनात किया गया है। ये सभी लोग इंस्पेक्टर हैं। वही दो इंस्पेक्टर विजय सिंह गौर और जयप्रकाश यादव को थानेदार नहीं बनाया जा सकता। क्योंकि दोनों लोगों पर बालिका गृह कांड में आदेश के बाद भी बच्चियों को बिना अनुमति के बालिका गृह में रखने का दोषी पाया गया था। जिसकी सीबीआई जांच कर रही है। वही रामाश्रय यादव कि 58 वर्ष की उम्र होने के चलते प्रभारी नहीं बन सकते हैं।