दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि में आयोजित हुआ वेबिनार
गोरखपुर। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित मेगा सेमिनार, सह वेबिनार के अंतिम दिन शनिवार को विनिर्माण क्षेत्र के सातवें तकनीकी सत्र की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने की। इस अवसर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि पूर्वांचल, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेस वे के जरिए शीघ्र ही हम देश के सारे महानगरों से जुड़ जाएंगे। जेवर जैसे ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कुशीनगर, अयोध्या इंटरनेशनल और अन्य एयरपोर्ट के जरिए पूरी दुनिया हमारी पहुंच में होगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बदले माहौल, बेहतर बुनियादी सुविधाओं और निवेश फ्रेंडली नीतियों के नाते उप्र इज ऑफ डूइंग बिजनेस में ऊंची छलांग लगाकर दूसरे नंबर पर पहुंचा। इसके साथ उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज उत्तर प्रदेश निवेशकों का पसंदीदा स्थल है। पूर्वांचल में अधोसंरचना विकास और सौर उर्जा का उपयोग विषय पर बोलते हुए मुख्य सचिव नीतिन गोकर्ण ने कहा कि पूर्वांचल संभाग में अनेक राजमार्गो का निर्माण अनेक उद्देश्यों को ध्यान में रख कर किया जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम गौरव पथ है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में छात्रों को पढ़ाई लिखाई के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। साथ ही साथ हर्बल मार्ग का निर्माण, प्लास्टिक मार्ग का निर्माण जिसके अन्तर्गत 27 मार्गों का निर्माण हो चुका है, जिसकी लम्बाई 25 किलोमीटर है। मेजर ध्यान चंद पथ का निर्माण जिसके अन्तर्गत 3 मार्ग है। लम्बाई किलोमीटर तथा जय हिन्द वीर पथ के अन्तर्गत कुल 10 मार्गो का निर्माण किया गया।
एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो जेपी पांडेय ने कहा कि सौर उर्जा की संभावनाएं अपार है, क्योंकि परम्परागत उर्जा स्रोतों की कमी हो रही है। इसलिए लोगों को गैर परम्परागत उर्जा सोतों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। लोकनिर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एसपी सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र की 1,16,700 किलो मीटर सड़क मार्गों के रख रखाव पर प्रतिवर्ष 1170 करोड़ रुपये विभागों द्वारा व्यय किया जाता है। इनके अलावा एमएमएमयूटी के जिला अभियंत्रण विभाग के अध्यक्ष प्रो. श्रीराम चैरसिया ने पूर्वांचल में राजमार्गों से संबधित समस्याओं तथा उसके संबध में सुधार हेतु सुझाव एवं समाधान पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रो. करूणाराम त्रिपाठी,डॉ. सुरेन्द्र गुप्ता, डॉ. मदन सिंह चैहान, डॉ. आमित शर्मा, डॉ. प्रतिमा जायसवाल, प्रदीप राजौरिया, डॉ. आनन्दरत्नम आदि मौजूद रहे।