लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव किसान आन्दोलन को लेकर भाजपा सरकार पर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने शुक्रवार को एक बार फिर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पोषण करने वालों का शोषण बन्द करे। अखिलेश यादव ने कहा कि सड़कों पर ठिठुरते आंदोलनकारियों की जायज मांगों को लेकर भाजपा सरकार हृदयहीन रवैया अपनाकर किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है। इस पर जो वैश्विक प्रतिक्रिया आ रही है, उससे दुनियाभर में भारत की लोकतांत्रिक छवि को गहरी ठेस पहुंची है। भाजपा सरकार पोषण करने वालों का शोषण करना बंद करे। अखिलेश ने इससे पहले अपने बयान में कहा कि भाजपा राज में जैसा अन्याय देश के अन्नदाता किसान के साथ आजाद भारत में कभी नहीं हुआ। लगातार एक पखवाड़े से खुले आसमान के नीचे ठण्ड में कांपते किसान सरकार से अपनी व्यथाकथा बताने को सड़क पर हैं। लेकिन, सरकार है कि उसके कान में जूं ही नहीं रेंग रही है। अपने मन की बात देश को जबरन सुनाने वाले किसान की कोई बात सुनने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि किसान आन्दोलन भारत के इस लोकतांत्रिक मूल्य की पुनः स्थापना का भी आन्दोलन है कि सरकार के सभी फैसलों में आम जनता की भागीदारी होनी चाहिए, सरकार की मनमानी नहीं। किसानों को सरकार के जिन फैसलों से दुश्वारी है उनको समाप्त करने की मांग में अनुचित क्या है? सरकार जनता के लिए जनता द्वारा चुनी जाती है। देश की सबसे बड़ी पंचायत में जनमत की अवहेलना लोकतंत्र और संविधान की मूलभावना से ही खिलवाड़ है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार की हठधर्मी के कारण ही भारत में लोकतंत्र को बचाने के लिए देश का हर नागरिक भी आज किसान आन्दोलन के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ता जा रहा है। भाजपा हताश है क्योंकि किसानों के साथ जनता भी जुड़ती जा रही है।