पिछड़ेपन और गरीबी की मानसिकता से निकलकर पूर्वी यूपी का करना होगा विकास : योगी

पूर्वांचल के विकास पर मंथन शुरू, सीएम ने संगोष्ठी का किया शुभारम्भ

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘पूर्वांचल के सतत विकास’ पर आयोजित एक राष्ट्रीय वेविनार को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्वांचल के लोगों को गरीबी और पिछड़ेपन की मानसिकता से निकलना पड़ेगा। किस क्षेत्र में पिछडे हैं और क्यों? यह जानना होगा। अपनी मानसिकता में परिवर्तन लाते हुए उन क्षेत्रों के विकास के लिए कार्य करना होगा। कहा कि सकारात्मक सोच से सबकुछ संभव है। कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के बारे में जहां तक मैं जानता हूँ, जो महसूस किया है दृश्य उसके और विपरीत है। हमारी जो धारणा समाज, क्षेत्र, व्यक्ति के प्रति बन जाती है वो हमारे विकास को भी उसी रूप में प्रभावित करती है। साढ़े तीन साल पहले प्रदेश के प्रति जो धारणा थी, आज प्रदेश की कानून व्यवस्था, विकास, शासन-प्रशासन पर देश व दुनिया का कोई व्यक्ति प्रश्नचिन्ह नहीं लगा सकता।

उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दिक्षा भवन में ‘पूर्वांचल के विकास’ पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेविनार को सम्बोधित करते हुए कही। यह संगोष्ठी प्रदेश सरकार के नियोजन सरकार और गोरखपुर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में ‘पूर्वांचल का सतत विकासः मुद्दे, रणनीतियां और आगे का रास्ता’ विषय पर आयोजित है। इस संगोष्ठी में पूर्वांचल विकास के कई सेक्टरों पर मंथन होगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2014 के पहले देश पिछलग्गू देश था। अमेरिका, यूरोप की नकल करता था। इन छह वर्षो में दुनिया भारत का अनुसरण कर रही है। बस यही पूर्वी उत्तर प्रदेश पर लागू होता है। आपकी सोच, आपकी मानसिकता ने पूर्वी उत्तर प्रदेश को पिछड़ा बनाया है। मेरा ऐसा मानना है पूरे धरती पर यह सबसे समृद्ध क्षेत्र है। यहां के लोगों में दुनिया का नेतृत्व करने का सामथ्र्य है। हमने इसे पहचानने का कार्य कभी नहीं किया। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश इस मानसिकता से जकड़ा है कि यह क्षेत्र बहुत पिछड़ा है, बहुत गरीब है। हम लोगों ने कभी समझने का प्रयास ही नहीं किया कि पिछडे़पन का कारण क्या है। यहां के संसाधानों का सही उपयोग कैसे करें। लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं समझना चाहते हैं। हावर्ड और कैम्ब्रिज से आपका विकास तय नहीं होगा। आपका विकास तय करेगी यहां की जनता, यहां के किसान, महिलाएं और छात्र।

गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने मुख्यमंत्री के साथ अतिथियों का अंगवस्त्र देकर स्वागत किया। इस अवसर पर कुलपति राजेश सिंह ने कहा कि पूर्वांचल के विकास पर चर्चा का यह सुनहरा अवसर है। इस वेविनार के माध्यम से कई विषयों पर वृहद चर्चा से विकास की नई संभावनाओं का सृजन होगा। मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। बताया कि 10 दिसम्बर से 12 दिसम्बर तक चलने वाले इस मंथन में पूर्वांचल विकास के पहिये को गति मिलेगी। इसमें पूर्वांचल विकास के सभी सेक्टरों पर चर्चा होगी। इस राष्ट्रीय वेविनार में देश विदेश के हर क्षेत्र के दिग्गज शामिल हैं, जिसमें पूर्वांचल के पांच सेक्टर प्राथमिक, विनिर्माण, सेवा, सामाजिक व जल सेक्टर को शामिल किया गया है। हर सेक्टर में नौ सत्र यानी कुल 45 सत्र आयोजित किए जाएंगे। ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड में आयोजित होने वाले वेबिनार का उद्देश्य विकसित पूर्वांचल के भविष्य के रोड मैप का ब्लू प्रिंट तैयार करना है।

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