अलग से लगाया जाएगा परिवार नियोजन का काउन्टर, उपलब्ध होगी सभी सामग्री
लखनऊ : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमसएमए) हर माह की नौ तारीख़ को जिला महिला चिकित्सालयों, 19 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और 52 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मनाया जाता है| अब इस अभियान के दौरान इस माह से परिवार नियोजन का एक अलग से काउंटर भी लगाया जायेगा| इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं| परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अभिलाषा मिश्रा कहना है कि परिवार नियोजन के काउंटर पर प्रशिक्षित स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगायी जाएगी| परिवार नियोजन की सभी सामग्री भी उपलब्ध रहेगी ताकि वहां पर आने वाली गर्भवती एवं उनके साथ आने वाली महिला तीमारदार को परिवार नियोजन के बारे में आवश्यक जानकारी मिल सके तथा आवश्यकतानुसार परिवार नियोजन के साधन का लाभ भी मिल सके| उन्होंने कहा- हम सभी का उद्देश्य महिला को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों के बारे में समय से जानकारी देना है ताकि वह इनका लाभ उठा पायें, ताकि माँ और बच्चा स्वस्थ हों और खुशहाल परिवार व स्वस्थ समाज का उद्देश्य पूरा हो|
डा. अभिलाषा बताती हैं पीएमसएमए की शुरुआत वर्ष 2016 में हुयी थी| इस योजना के तहत प्रत्येक माह की नौ तारीख को एमबीबीएस चिकित्सकों द्वारा ब्लाक व जिला स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी गर्भवती की विस्तृत एवं निःशुल्क प्रसव पूर्व जांच की जाती है| गर्भावस्था/मेडिकल हिस्ट्री एवं वर्तमान स्थिति के आधार पर अति जोखिम गर्भावस्था की पहचान कर समुचित प्रबंधन किया जाता है| इस अभियान में ग्रामीण स्वास्थ्य इकाइयों पर आवश्यकतानुसार निजी चिकित्सकों द्वारा योगदान दिये जाने का भी प्रावधान है| इस अभियान में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं एमबीबीएस चिकित्सकों द्वारा गर्भवती का निःशुल्क उपचार किया जाता है| सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर जांच, उपचार, दवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जातीं हैं। साथ ही संदर्भन हेतु निःशुल्क एम्बुलेंस की व्यवस्था भी होती है|