वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी में फ्लाईओवर हादसे की सूचना मिलते ही बेचैन हो गए। वह लखनऊ से रात में ही वाराणसी पहुंच गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरे और सीधा घटनास्थल पहुंच गए। उनको वहां पर जिले के अधिकारियों ने घेर लिया।
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल पर मौजूद कमिश्नर दीपक अग्रवाल से सीधा पूछा कि आखिर यह बीम कैसे गिर गया। उनके इस सवाल पर सभी निरुत्तर हो गए, सभी चुप रह गए, किसी को जवाब नहीं सूझा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार की आधी रात बनारस पहुंचे। एयरपोर्ट से उनका काफिला सीधे घटना स्थल पहुंचा जहां फ्लाईओवर का बीम वाहनों पर गिरने से लोगों की जान गई थी। सीएम ने हालात की हकीकत जानने के लिए वहां देखते-टहलते हुए करीब पांच फीट की ऊंचाई की बीम पर भी चढ़ गए। वहां से एक बीम के हुए दो टुकड़े को देखा और आसपास नजरें घुमाईं फिर यक्ष प्रश्न किया ‘आखिर ये गिरा कैसे’। इस अहम सवाल का जवाब मौके पर मौजूद किसी अफसर के पास नहीं था। इसके बाद उस ऊंचाई की ओर देखा जहां से बीम गिरा था। घटना स्थल पर सीएम रात 12.10 बजे पहुंचे।
उनके साथ राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी और महापौर मृदुला जायसवाल व स्थानीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव व नीलरतन पटेल भी थे। मौके पर करीब दस मिनट तक वस्तुस्थिति को देखने के बाद योगी बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचे। अस्पताल में घायलों को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों के दल को निर्देशित किया कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही न होने पाए। घटना स्थल और अस्पताल में सीएम ने मीडिया द्वारा बार-बार सवाल किए जाने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी पहुंचकर घटनास्थल का दौरा किया और अस्पताल में घायलों का हालचाल पूछा। उन्होंने मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की।मीडिया से बात करते हुए इस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों को बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए।