लखनऊ : मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने बीते सोमवार को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर काउंसलिंग के दूसरे दौर के लिए एनईईटी आवंटन पत्र 2020 जारी किये| इसके साथ ही कुछ छात्र विकल्पों के सम्बन्ध में भ्रमित भी हो रहे हैं। इसी पर बात करते हुए मोशन एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के एमडी नितिन विजय – वीपी बायजू की जेईई एनईईटी डिवीजन ने कहा कि इस विषय पर सही विचारों का साझा होना जरुरी है ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार का भ्रम न रहे| उन्होंने बताया, “आमतौर पर उचित मार्ग दर्शन के आभाव में कुछ छात्र महत्वपूर्ण गलतियां कर देते हैं जो अंत में तनाव का कारण बन जाती हैं। चयनित उम्मीदवारों की पहली और सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी परामर्श के लिए नामांकन करना है| इस समय को एक निर्णायक चरण माना जाता है क्योंकि यहां उम्मीदवारों को अपनी सीट लॉक करवानी होती है। यदि कोई उम्मीदवार काउंसलिंग प्रक्रिया को समझने में भ्रमित हो जाता है, तो यह उसके लिए कई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं| नामांकन करवाने के बाद उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उन्हें काउंसलिंग की तारीखों और समय के विषय में पूरी जानकारी हो और यदि कोई उम्मीदवार अलग-अलग राज्यों में आवेदन कर चुका है तो डेट क्लैश से बचना जरुरी है। यदि काउंसलिंग की तारीखों में कोई टकराव होता है, तो प्राथमिकता विकल्प को चुना जाना चाहिए। उम्मीदवारों को कॉलेज की सभी जानकारियां होनी चाहिए जो उन्हें चुननी हैं। उन्हें फीस स्ट्रक्चर, सुविधाएं, शिक्षा गुणवत्ता, फैकल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर, हॉस्टल, पूर्व छात्रों के रिकॉर्ड आदि के बारे में पहले से पता होना चाहिए। कॉलेजों का चयन करते समय,दो से अधिक विकल्पों का चयन न करें। हालांकि कॉलेज पास हैं, तो पांच विकल्प भी चुन सकते हैं|”
नितिन विजय ने एक उदहारण पेश करते हुए कहा, “हरियाणा के ग्राम नसीबपुर, तहसील नारनौल जिला मोहिन्दरगढ़ हरियाणा के राहुल यादव ने अपनी मेहनत से 680 अंक प्राप्त किये। इसके अलावा कोटा के प्रसिद्ध डॉ अशोक शारदा की भतीजी पलक माहेश्वरी ने भी लोगों की सेवा करने के भाव से डॉक्टर बनाने का निर्णय लिया। मोशन एजुकेशन में इसकी तैयारी कर पलक ने 657 अंक अर्जित किये। बिहार के रहने वाले दो पक्के दोस्त अचिन्त्य कुमार और राज गौरव ने भी कढ़ी मेहनत से सफलता प्राप्त की है| दोनों ने अपनी नीट 2020 की तैयारी साथ की और दोनों ने ही 650 अंक अर्जित किये|दोनों एक ही कॉलेज में दाखिला लेंगे। अचिन्त्य बिहार के समस्तीपुर से है और राज गौरव बिहार के पटना से है। दोनों बिहार से है लेकिन मोशन में एडमिशन लेने के बाद उनकी मुलाकात हुई। कार्यप्रणाली के साथ साथ दोनों का ‘डॉक्टर बनने का सपना है| नितिन विजय ने आगे बताया की काउंसलिंग के लिए उपस्थित होना आवश्यक है। अन्यथा एक उम्मीदवार को दंड का सामना करना पड़ता है और सभी कड़ी मेहनत व्यर्थ चली जाती है। उम्मीदवारों के पास उनके एनईईटी स्कोरकार्ड होना चाहिए जो प्रमाण के रूप में उनके साथ योग्य हो। इसलिए एक उम्मीदवार को दंड से बचने के लिए समय पर काउंसलिंग के लिए उपस्थित होना चाहिए।