चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा पदम सम्मान लौटाने के बाद राज्य के 27 खिलाड़ियों व नामी लेखकों ने केंद्र को सम्मान लौटाने का ऐलान कर दिया है। सम्मान लौटाने की प्रक्रिया 5 दिसम्बर से शुरू होगी। पंजाब के अलग-अलग जिलों में रहने वाले खिलाड़ियों ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए किसान आंदोलन का समर्थन करने का ऐलान किया है। सम्मान लौटाने का ऐलान करने वाले खिलाड़ियों का तर्क है कि वह पहले एक किसान हैं, बाद में खिलाड़ी। आज उनके परिवार के सदस्य एक सप्ताह से दिल्ली की सीमा में डटे हुए हैं और दिल्ली में बैठी केंद्र की सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। जिन खिलाड़ियों ने सम्मान वापसी का ऐलान किया है, उनमें कई पदम सम्मान, अर्जुन अवार्डी, द्रोणचार्य अवार्डी शामिल हैं। अवार्ड वापसी के ऐलानों का यह सिलसिला लगातार जारी है।
अभी तक जिन खिलाडिय़ों ने केंद्र सरकार को सम्मान वापस करने का ऐलान किया है, उनमें जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक एवं पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह, विश्व प्रसिद्ध पहलवान करतार सिंह, ब्रिगेडियर हरचरण सिंह, दविंदर सिंह गरचा, सुरिंदर सोढ़ी, गुनदीप कुमार, सुशील कोहली, सुखबैन सिंह, कर्नल बलबीर सिंह, गुरमेल सिंह, गोल्डन गर्ल के नाम से प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी राजबीर कौर, जगदीश सिंह, बलदेव सिंह, अजीत सिंह, हरमीक सिंह, अजीतपाल सिंह, चंचल रंधावा, सज्जन सिंह चीमा, हरदीप सिंह, अजैब सिंह, शाम लाल, हरविंदर सिंह, हरमिंदर सिंह, सुमन शर्मा, प्रेमचंद डोगरा, बलविंदर सिंह तथा सरोज बाला शामिल हैं।
हरभजन मान नहीं लेंगे शिरोमणि गायक सम्मान : पंजाब के फिल्म अभिनेता प्रसिद्ध लोक गायक हरभजन मान ने शिरोमणि गायक पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। हरभजन मान को शिरोमणि गायक 2020 का विजेता घोषित किया गया था। शुक्रवार को हरभजन मान ने यह सम्मान लेने से इनकार कर दिया। पंजाब के कई साहित्यकारों ने भी आंदोलनकारी किसानों का समर्थन कर दिया है। जिसके चलते युवा नावेल लेखक यादविंदर सिंह संधू ने शुक्रवार को भारतीय साहित्य अकादमी द्वारा दिया गया युवा सम्मान लौटाने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा साहित्यकार मोहनजीत, डाक्टर जसविंदर सिंह तथा डाक्टरी स्वराजबीर ने भी साहित्य अकादमी सम्मान लौटाने का ऐलान किया है।