श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के बाहरी इलाके की एक जेल में रविवार को दंगा भड़क गया। जानकारी के मुताबिक इसमें कम से कम आठ कैदियों की मौत हो गई और 37 अन्य घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ कैदियों ने जेल का दरवाजा खोलकर भागने का प्रयास किया, जिसके बाद अधिकारियों ने बल प्रयोग किया। इसके बाद ही दंगा शुरू हुआ।
पुलिस प्रवक्ता अजित रोहाना ने कहा कि कोलंबो के उत्तर में लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महारा जेल में कैदियों ने अशांति पैदा कर दी, जिसके बाद जेल अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए। यह घटना तब सामने आई जब श्रीलंका की भीड़भाड़ वाली जेलों में कोरोना के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस महामारी की वजह से कैदियों के बीच अशांति बढ़ रही है। कैदियों ने हाल के सप्ताहों में कई जेलों में विरोध प्रदर्शन किया है।
रोहाना ने कहा, ‘घटना की शुरुआत कैदियों के एक समूह द्वारा दरवाजा खोलने और भागने का प्रयास किए जाने के बाद शुरू हुई, जिसके बाद अधिकारियों को बल प्रयोग करना पड़ा।’ उन्होंने कहा कि पूरी घटना के दौरान दो जेलर सहित कम से कम 37 और लोग घायल हुए हैं और उन सभी को पास के रगामा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
जेल के पास रहने वाने लोगों को कहना है कि आग लगने की वजह से जेल परिसर से धुआं निकलता हुआ देखा गया। जेल अधिकारियों ने कहा कि दंगाइयों ने रसोई और जेल के एक रिकॉर्ड रूम में आग लगा दी थी। इसके अलावा दंगाई कैदियों ने जेलर को बंधक बनाने का प्रयास भी किया।
रोहाना ने कहा कि कैदी चाहते थे कि उन्हें यहां से किसी दूसरी जेल में स्थानांतरित कर दिया जाए, क्योंकि महारा जेल में 175 कैदियों की कोरोना जांच में संक्रमण का पता चला है। जेलों से जुड़े एक हजार से अधिक लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। पिछले सप्ताह इसी तरह की अशांति में एक कैदी की मौत हो गई थी।
श्रीलंका की 10 हजार की क्षमता वाले लेजों में 26 हजार से अधिक कैदियों को रखा गया है। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार श्रीलंका, जो कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है, वहां वायरस के 22,988 मामले सामने आए हैं और 109 लोगों की मौत हुई है।