आइपीएल 2020 के दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स का सामना सनराइजर्स हैदराबाद के साथ होगा और दोनों टीमों के पास 13वें सीजन के फाइनल में पहुंचने का ये आखिरी मौका भी होगा। दिल्ली को पहले क्वालीफायर में जिस तरह से मुंबई के हाथों हार मिली थी उसे देखकर ऐसा लगता है कि इस टीम को हैदराबाद को हराने के लिए काफी मशक्कत करनी होगी तो वहीं हैदराबाद ने एलिमिनेटर मुकाबले में आरसीबी को जिस तरह से पटखनी दी थी वो काबिलेतारीफ थी।
इसमें कई शक नहीं है कि दोनों टीमें फाइनल में पहुंचने के लिए पूरा जोर लगाएंगी और एक रोमांचक मैच देखने को मिलेगा। दिल्ली की बात करें तो इस टीम की बल्लेबाजी बेहद मजबूत दिखती है, लेकिन टीम के टॉप के बल्लेबाज अच्छा नहीं कर पा रहे हैं जो चिंता का विषय है। पिछले मैच में पृथ्वी शॉ, शिखर धवन व रहाणे शून्य पर आउट हो गए थे। इन बल्लेबाजों को जिम्मेदारी उठानी होगी।
इनके बाद टीम में श्रेयस अय्यर, रिषभ पंत और स्टोइनिस जैसे बल्लेबाज हैं। निचले क्रम पर अक्षर पटेल भी अच्छी बल्लेबाजी करने का दम रखते हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि इन बल्लेबाजों को रन बनाने होंगे क्योंकि अब कोई दूसरा मौका नहीं मिलेगा। टीम की गेंदबाजी विश्व स्तरीय है और कगिसो रबादा, एनरिच नोर्त्जे व आर अश्विन किसी भी बल्लेबाजी लाइनअप को ध्वस्त रखने की ताकत रखते हैं। दिल्ली की टीम युवा है और टीम के पास रिकी पोंटिंग जैसा कोच है ऐसे में टीम को अपनी रणनीति सही तरीके से मैदान पर लागू करना होगा तभी ये टीम फाइनल तक पहुंच सकती है। डीसी अगर फाइनल में जगह बनाती है तो वो पहली बार इस लीग में फाइनल में पहुंचेगी।
हैदराबाद की टीम ने 2016 में खिताब जीता था और डेविड वार्नर की कोशिश होगी कि वो एक बार फिर से यही कमाल करके दिखाएं, लेकिन कम अनुभवी खिलाड़ियों के साथ वो किस तरह से इसे अंजाम देंगे ये देखने वाली बात होगी। हालांकि टीम की बल्लेबाजी कमजोर नहीं है और इसमें खुद वार्नर, मनीष पांडे, केन विलियमसन व जेसन होल्डर मौजूद हैं।
हैदराबाद की गेंदबाजी इस टीम का सबसे मजबूत पक्ष अब तक तो रहा है। संदीप शर्मा, शाहबाज नदीम, जेसन होल्डर, राशिद खान व टीम नटराजन ने अब तक अच्छा खेल दिखाया है। संदीप शर्मा व नटराजन डेथ ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी करने में सफल रहे हैं तो वहीं राशिद खान काफी किफायती गेंदबाजी कर रहे हैं। इस टीम के लिए चिंता मध्यक्रम की बल्लेबाजी हैं जहां प्रियम गर्ग व अब्दुल समद जैसे युवा खिलाड़ी हैं। इन खिलाड़ियों पर बड़ा दवाब होगा।