फ्रांस में हुई घटना को लेकर ख्यात शायर मुनव्वर राना ने विवादित बयान के बाद स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा, ‘जिसने कार्टून बनाया और जिसने कत्ल किया दोनों ने बुरा किया।’ वह फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून वाले मामले के बाद हुई हत्या और वहां की सरकार के रुख पर बोल रहे थे।
जब उनसे कहा गया कि आप इस प्रकार के जुनून को जायज ठहराते हैं तो उनका कहना था, ‘एक धर्म में गौहत्या के नाम पर 100-100 लोग किसी को मार देते हैं। मैं जुनून को जायज नहीं ठहरा रहा हूं, मैं कह रहा हूं कि जो दोषी है उसे सजा दो। मुझे लगता है कि एमएफ हुसैन भारत में होते तो उनकी हत्या हो जाती। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि किसी भी धर्म कि भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।’
एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में मुनव्वर राना ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, मैंने सिर्फ ये कहा था कि धार्मिक आधार पर कार्टून बनाना गलत बात है और हत्या करना उससे भी ज्यादा गलत है। वह आगे बोले, मैंने कार्टून बनाने का विरोध किया था। जब उनसे पूछा गया कि आपने कहा था कि इस तरह से धार्मिक भावनाओं को आहत किया जाएगा तो कोई भी कत्ल कर सकता है। इसका मतलब आप भी ऐसा कर सकते हैं। इस पर उनका कहना था, ‘नहीं मैं इस उम्र में और बीमारी की हालत में क्या किसी का कत्ल करूंगा। जिसने ऐसा कार्टून बनाया है और जिसने कत्ल किया दोनों ने बुरा किया।’
इससे पहले मुनव्वर राना ने फ्रांस की प्रसिद्ध पत्रिका चार्ली हेब्दो में प्रकाशित विवादित कार्टून और वहां एक धर्म विशेष के लोगों की हत्याओं को लेकर निजी टीवी चैनल पर दिए गए साक्षात्कार में आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। उनके साक्षात्कार का वीडियो वॉट्सएप, ट्विटर समेत सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों में वायरल हो गया।
लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मशहूर शायर मुनव्वर राना पर धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई है। डीसीपी सेंट्रल सोमेन बर्मा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि मुनव्वर राना ने एक निजी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में विवादित बयान दिया था जिस पर उप-निरीक्षक दीपक कुमार पांडेय की तरफ से उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच की जा रही है।