विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबियस ने कहा है कि वह कोविड-19 से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं। उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है। कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने के बाद वह क्वारनटीन हो गए हैं। हालांकि, डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि फिलहाल वह अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनमें अभी तक कोरोना वायरस के कोई लक्ष्ण नहीं हैं। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने ट्वीट में लिखा है कि मुझे किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने का पता चला है, जो कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उन्होंने कहा कि अब मैं ठीक हूं। प्रमुख ने साफ किया कि उनमें किसी तरह के कोरोना के लक्षण नहीं हैं, लेकिन प्रोटोकॉल के तहत कुछ दिनों के लिए सेल्फ क्वारनटीन रहूंगा और वर्क फ्रॉम होम करूंगा।
ट्रेडोस ने पूरी दुनिया से एकजुट होने का आह्वान
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रसार को खत्म करने के लिए ट्रेडोस पूरी दुनिया से एकजुट होकर महामारी को पराजित करने का आह्वान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना पूरी दुनिया के लिए चेतावनी है। साथ ही दुनिया द्वारा एक समान भविष्य रचने का अच्छा मौका भी है। उन्होंने यूरोपीय आयोग द्वारा आयोजित कोरोना वायरस वैश्विक प्रतिक्रिया के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 7.4 अरब यूरो का चंदा इकट्ठा करने की सराहना की। बता दें कि पूरी दुनिया में अब तक साढ़े चार करोड़ से भी ज्यादा लोग कोरोना वायरस की जद में आ चुके हैं। इस जानलेवा महामारी से अब तक दुनिया में 12 लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या के मामले में अमेरिका अग्रणी राष्ट्र बना हुआ है। अकेले अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक करोड़ के ऊपर जा चुकी है।
कोरोना वायरस को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया
30 जनवरी की रात डब्ल्यूएचओ ने कोरोना को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया। 11 मार्च को चीन द्वारा वायरस की सूचना दिए जाने के 72 दिन बाद डब्ल्यूएचओ ने महामारी घोषित किया। तब तक 114 देशों के 1.18 लाख लोग संक्रमित हो चुके थे। इस कारण अमेरिका उसकी भूमिका पर सवाल उठा रहा है। गौरतलब है कि डब्ल्यूएचओ ने 31 दिसंबर, 2019 को चीन ने कोरोना वायरस के प्रकोप की घोषणा की थी। ठीक इसके एक महीने बाद ही यानी 30 जनवरी, 2020 को चीन ने देश में जन स्वास्थ्य आपातकाल लागू किया था। 14 जनवरी को डब्ल्यूएचओ ने ट्वीट किया कि चीन की शुरुआती जांच में इस बात के संकेत नहीं मिले हैं कि कोरोना वायरस इंसानों से इंसानों में फैलता है। इसके बाद संगठन पर आरोप लगा कि वह आंख मूंदकर चीन की बातों पर भरोसा कर रहा है। 22 जनवरी को एक ट्वीट में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वुहान में कोरोना वायरस के इंसानों से इंसानों में फैलने के मामले सामने आए हैं। इससे पहले उसने इससे इन्कार किया था।